पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की नापाक नजर एक बार फिर भारत की दोस्ताना सीमाओं पर है। पाकिस्तानी एजेंसी की कोशिश है कि नेपाल व बांग्लादेश सीमा का उपयोग घुसपैठ के लिए किया जाए। दोनों देशों में आईएसआई ने अपना नेटवर्क बनाया हुआ है। बांग्लादेश में हिन्दू विरोधी कट्टरपंथी ताकतों पर भी आईएसआई की नजर है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट से पता चला है कि कई स्तरों पर भारत में घुसपैठ कराने और अस्थिरता की साजिश पाकिस्तान की जमीन पर रची गई है। इसके मद्देनजर सुरक्षाबलों को भी सतर्क किया गया है। मालूम हो कि बांग्लादेश और नेपाल की दोस्ताना सीमा पर घुसपैठ के ज्यादा मामले पिछले दो साल में सामने आए हैं। भारत-बांग्लादेश सीमा पर 1045 और भारत-नेपाल सीमा की तरफ से 63 घुसपैठ की घटनाएं दो साल के दौरान हुई हैं। वहीं, पाकिस्तान सीमा की ओर से 61 घुसपैठ के मामले इस अवधि में सामने आए हैं।
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान से जुड़ी सीमाओं पर ज्यादातर घुसपैठ आतंकवाद के मकसद से कराई जाती है। जबकि अन्य सीमाओं पर अलग-अलग वजहों से घुसपैठ होती है। इनमें तस्करी भी एक कारण है। लेकिन पाकिस्तान की नजर तस्करी वाले रूट पर है। ऐसी आशंका जताई गई है कि वह इसका इस्तेमाल आतंकी मकसद से कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि दोस्ताना सीमाओं की अपेक्षा पाकिस्तान की सीमा पर जबरदस्त चौकसी रहती है। दोस्ताना सीमा पर घुसपैठियों को देखते ही गोली मारने जैसे सख्त रुख से बचने की कोशिश होती है। इसका फायदा कई बार घुसपैठ करने वाले उठा लेते हैं। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल भारतीय एजेंसियां सतर्क हैं। पाकिस्तान सीमा के अलावा अन्य सीमाओं पर भी सुरक्षा बल मुस्तैद हैं।