शीतकाल के लिए हेमकुंड साहिब के कपाट हुए बंद
दो हजार से ज्यादा श्रद्धालु बने साक्षी
देहरादून: हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। इसके साथ ही लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट भी आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। हेमकुंड साहिब के कपाट दोपहर डेढ़ बजे शुभ मुहूर्त में बंद किए गए।
हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। शुभ मुहूर्त में दोपहर डेढ़ बजे धाम के कपाट बंद किए गए। कपाटबंदी के पावन अवसर के करीब दो हजार से ज्यादा श्रद्धालु साक्षी बने। इस दौरान पूरा वातावरण जो बोले सो निहाल के जयकारों से गूंज उठा।
लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट भी हुए बंद
हेमकुंड के साथ ही आज लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। बता दें कि सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के पास ही हिंदुओं की आस्था का प्रतीक लक्ष्मण लोकपाल मंदिर स्थित है। जो कि विश्व का सबसे ऊंचाई पर स्थित लक्ष्मण मंदिर है। लक्ष्मण लोकपाल मंदिर समुद्र तल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
श्रद्धालुओं ने उठाया बर्फबारी का लुत्फ
हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने से पहले मंगलवार शाम करीब छह बजे को धाम में बर्फबारी हुई। जिस से धाम में ठंड में इजाफा हो गया है। कपाट बंदी के साक्षी बनने के लिए हेमकुंड साहिब में पहुंचे करीब 1300 तीर्थयात्रियों ने बर्फबारी का लुत्फ उठाया।