नई दिल्ली। मुंबई और उसके उपनगरों को पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद शुक्रवार को कुछ राहत मिली। हालांकि शहर में दोपहर तक रूक रूक कर मध्यम से भारी बारिश हुई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शहर में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। वहीं, गुजरात के दक्षिणी और मध्य क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक बीते 30 घंटों में हुई बारिश से जलभराव हो गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने सूचना दी की इस अवधि में 19 तालुकाओं में 100 मिलीमीटर(मिमी) से अधिक बारिश हुई। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से मुंबई को पेयजल आपूर्ति करने वाली वाली सात झीलों में पानी का स्तर बढ़ गया। शुक्रवार की सुबह इन झीलों में कुल क्षमता का 68 फीसदी तक पानी भर चुका है और चार झील पूरे उफान पर हैं। बारिश की तीव्रता कम होने की वजह से महानगर में कहीं भी अधिक जलभराव होने की खबर नहीं है। कुछ वाहन चालकों ने पूर्वी और पश्चिमी एक्सप्रेसवे पर यातायात धीमी गति से चलने की शिकायत की है, लेकिन चेंबूर को दक्षिण मुंबई को जोड़ने वाले ईस्टर्न ‘फ्रीवे' पर कोई समस्या नहीं देखी गई।
शहर की यातायात पुलिस ने बताया कि सुबह नवी मुंबई के उरण फाटा में रसायन ले जा रहे एक टैंकर के पलट जाने के बाद सायन-पनवेल राजमार्ग पर यातायात जाम हो गया। एक स्थानीय निकाय अधिकारी ने बताया ‘‘सुबह बारिश की तीव्रता कम थी और कहीं से भी जलजमाव की सूचना नहीं है। शहर के अधिकतर हिस्सों में आज हल्की बारिश हुई, और बीच-बीच में मध्यम तथा भारी बारिश भी दर्ज की गई।'' उन्होंने बताया कि आईएमडी ने येलो अलर्ट जारी कर शहर और उपनगरों में भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। अधिकारी ने बताया कि 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। अधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान द्वीप शहर में 100.82 मिमी, पूर्वी उपनगरों में 94.79 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 129.12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के मुताबिक, अरब सागर में सुबह आठ बजकर आठ मिनट पर 3.46 मीटर ऊंची लहरें उठीं और दोपहर तीन बजे के बाद भी ऐसा होने का अनुमान है। शहर के उत्तरी हिस्सों में बृहस्पतिवार को हुई भारी बारिश से कई स्थानों पर जलभराव हो गया। इसकी वजह से वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित रही।
उधर, गुजरात के दक्षिणी और मध्य क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक बीते 30 घंटों में हुई बारिश से जलभराव हो गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने सूचना दी की इस अवधि में 19 तालुकाओं में 100 मिलीमीटर(मिमी) से अधिक बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि सूरत के महुवा तालुका में बृहस्पतिवार सुबह छह बजे से शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक 302 मिमी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को छोटाउदेपुर, पंचमहाल, दाहोद, वडोदरा, भरूच और वलसाड जिले में अलग-अलग स्थानों पर "भारी से बहुत भारी बारिश" का पूर्वानुमान लगाया है। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार से हुई बारिश के कारण मध्य गुजरात के छोटाउदेपुर जिले के बोदेली तालुका और दक्षिण गुजरात के सूरत जिले के बारदोली तालुका के विभिन्न इलाकों में जलभराव हो गया। इसके साथ ही वडोदरा के कर्जन तालुका के निचले इलाके जलमग्न हो गए। महुवा के बाद नवसारी जिले के नवसारी तालुका में 271 मिमी बारिश हुई। वहीं, डांग जिले के सुबीर में 196 मिमी, सूरत के बारदोली में 201 मिमी, नवसारी के जलालपोर में 186 मिमी, वलसाड के कपराडा में 182 मिमी, तापी जिले के सोनगढ़ में 179 मिमी, वलसाड के उमरगाम में 167 मिमी, छोटाउदेपुर के पावी-जेतपुर में 175 मिमी तथा छोटाउदेपुर के बोडेली में 146 मिमी और पंचमहाल के जम्बुघोड़ा में 107 मिमी बारिश हुई। अधिकारियों ने आईएमडी द्वारा आज जारी पूर्वानुमान के हवाले से बताया कि गुजरात के कुछ हिस्सों में शनिवार और रविवार को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।