फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो की जोरदार टक्कर, एसीपी और गनमैन की मौत से पुलिस विभाग में शोक की लहर
दोनों जिंदा जल गए।
लुधियाना: पंजाब के लुधियाना में दिल दहला देने वाले सड़क हादसे में पंजाब पुलिस के एसीपी और गनमैन की दर्दनाक मौत हो गई। दोनों जिंदा जल गए। यह घटना समराला कस्बे के दयालपुरा गांव के पास की है। फ्लाईओवर पर रात करीब 1 बजे फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो की जबरदस्त टक्कर हुई। आमने-सामने की इस टक्कर के बाद कार में आग लग गई। इस हादसे में लुधियाना ईस्ट के एसीपी और उनके गनमैन जिंदा जल गए।
इस हादसे में ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे डीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मृतकों की पहचान लुधियाना ईस्ट एसीपी संदीप सिंह और गनमैन परमजोत सिंह के रूप में हुई है।
एसीपी संदीप सिंह अपने गनमैन और ड्राइवर के साथ फॉर्च्यूनर गाड़ी में सवार होकर चंडीगढ़ से लुधियाना आ रहे थे। समराला के नजदीक दियालपुरा गांव के पास फ्लाईओवर पर देर रात एक बजे सामने से आ रही स्कॉर्पियो गाड़ी से उनकी गाड़ी की भिडंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि फॉर्च्यूनर में आग लग गई और कुछ ही मिनटों में गाड़ी जलकर खाक हो गई।
राहगीरों ने तीनों को गाड़ी से निकाला और समराला के सिविल अस्पताल लेकर गए। एसीपी संदीप सिंह और उनके गनमैन परमजोत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ड्राइवर गुरप्रीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने के बाद समराला पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा। पुलिस स्कॉर्पियो के चालक का भी पता लगाने में जुटी है।
एसीपी संदीप सिंह 2016 बैच के पीपीएस अफसर थे। वह लुधियाना से पहले संगरूर में तैनात थे। खन्ना के एसपी सौरव जिंदल ने बताया कि पंजाब पुलिस ने अपना युवा अधिकारी को इस हादसे में खो दिया। यह बहुत ही दुखद है। हादसे को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है।
समराला के एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने बताया कि चंडीगढ़-लुधियाना हाईवे पर जहां यह हादसा हुआ वहां एक लेन ही खुली हुई है। हाईवे की दूसरी लेन को किसानों ने बंद कर रखा है। वे गांव में लगने वाले बायो गैस प्लांट के विरोध में यहां धरने पर बैठे हैं।