कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस, CT-SCAN को लेकर AIIMS डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया कही ये बड़ी बात, जरूर ध्यान दें!
नई दिल्ली:- भारत में कोविड की स्थिति बेहत चिंताजनक है। आए दिन आ रहे लाखों नए मामलों से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। बेड, ऑक्सीजन, दवाएं यहां तक की देश में वैक्सीन को लेकर भी दिक्कतें सामने आ रही है। अच्छी बात यह है कि सोमवार को जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 2 दिनों के मुकाबले नए मामलों में गिरावट देखी गई है। वहीं, कोरोना को हराने के लिए उठाए जा रहे कदम और तैयारियों और ताजा अपडेट को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जानकारी दी गई है। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव, लव अग्रवाल ने बताया, 'देश की कुल संचयी मृत्यु दर लगभग 1.10% है।'
उन्होंने बताया, 'देश में अब तक 81.77% मामले ठीक हुए हैं। देश में करीब 34 लाख सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। अब तक संक्रमण से 2 लाख के करीब मृत्यु दर्ज़ की गई है। पिछले 24 घंटे में देश में 3,417 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई है।' वहीं, अग्रवाल ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि देश में 12 राज्य ऐसे हैं जहां 1 लाख से भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 7 राज्यों में 50,000 से 1 लाख के बीच सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। 17 राज्य ऐसे हैं जहां 50,000 से भी कम सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है।
बताया गया कि कुछ राज्यों में COVID के मामलों में बढ़त देखी जा रही है। इन राज्यों को आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए। आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, हरियाणा, कर्नाटक केरल, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, यह वह राज्य हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली, मध्य प्रदेश सहित कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां नए मामलों में कमी के शुरुआती संकेत दिखा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा िक हम रिकवरियों में भी एक सकारात्मक दृष्टिकोण देख रहे हैं। 2 मई को, रिकवरी दर 78% थी और 3 मई को यह लगभग 82% तक चढ़ गई। ये शुरुआती लाभ हैं जिन पर हमें नियमित रूप से काम करना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'हम चिकित्सा प्रयोजनों के लिए गैसीय ऑक्सीजन का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। औद्योगिक इकाइयां जो ऑक्सीजन बनाती हैं और जो चिकित्सा उद्देश्य के लिए उपयुक्त हैं और शहरों के पास हैं, हम अस्थायी COVID केयर केंद्र बनाने की योजना बना रहे हैं जिनके चारों ओर ऑक्सीजन के बेड हों।'
गृह मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी बोले, 'देश में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। एक अगस्त 2020 को ऑक्सीजन का उत्पादन देश में 5,700 मीट्रिक टन था, जो अब लगभग 9,000 मीट्रिक टन हो गया है। हम विदेशों से भी ऑक्सीजन का आयात कर रहे हैं।' हालांकि, दावों से उलट देश की राजधानी से ही आए दिन ऑक्सीजन की कमी को लेकर चिंता जताई जा रही है।
सीटी स्कैन कराना खतरनाक
एम्स के निदेशक,डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, 'आजकल बहुत ज़्यादा लोग सीटी स्कैन करा रहे हैं। जब सीटी स्कैन की जरूरत नहीं है तो उसे कराकर आप खुद को नुकसान ज़्यादा पहुंचा रहे हैं क्योंकि आप खुद को रेडिएशन के संपर्क में ला रहे हैं। इससे बाद में कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है।' वहीं, उन्होंने आगे कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोग अपने डॉक्टर से संपर्क करते रहें। सेचुरेशन 93 या उससे कम हो रही है, बेहोशी जैसे हालात हैं, छाती में दर्द हो रहा है तो एकदम डॉक्टर से संपर्क करें।