स्वास्थ्य मंत्री अधिकारियों के साथ एक पैर पर हुए खड़े, दिल जीत लेगी वजह

कोशिश लोगों को पोलियो को लेकर जागरूक करने के लिए थी।

Update: 2023-08-10 04:17 GMT
भोपाल: एक पैर पर खड़े होने वाली कहावत तो आपने सुनी होगी। मगर, मध्य प्रदेश में एक मंत्री एक पैर पर खड़े हुए, यह सुनकर शायद आपको भरोसा नहीं होगा। लोगों में पोलियो से होने वाले नुकसान का एहसास कराने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक पैर पर खड़े हुए। उनकी यह कोशिश लोगों को पोलियो को लेकर जागरूक करने के लिए थी।
यह वाकया राजधानी भोपाल में आयोजित सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान की राज्य स्तरीय मीडिया कार्यशाला के मौके पर हुआ। यहां राज्य के निदेशक टीकाकरण डॉ. संतोष शुक्ला से जब पूछा गया कि टीकाकरण को लेकर कई बार समाज में भ्रांतियां सामने आती हैं तो विभाग का क्या रुख होता है। इस पर डॉ. शुक्ला ने कहा कि टीकाकरण न होने से लोगों की जिंदगी में किस तरह की समस्याएं आती हैं, इसे हम इस तरह समझ सकते हैं कि जिस व्यक्ति को पोलियो का टीका नहीं लगता और उसका एक पैर खराब हो जाता है तो एक पैर के सहारे उसकी जिंदगी कैसे चलती है, इसका हम सभी एहसास करें तो ज्यादा बेहतर होगा।
फिर क्या था, डॉ. शुक्ला मंच से आगे आए साथ में अन्य लोगों को, जिनमें स्वास्थ्य मंत्री चौधरी भी थे, उन्हें खड़ा किया। फिर कहा कि आइए हम एक मिनट तक एक पैर पर खड़े होकर देखें तो हमें पता चल जाएगा कि पोलियो ग्रस्त व्यक्ति की जिंदगी कितनी मुश्किल भरी हो जाती है। फिर क्या था, मंत्री डॉ. चौधरी के साथ तमाम लोग एक मिनट तक एक पैर पर खड़े रहे और उन्होंने जाना कि पोलियो का टीका न लगने पर अगर पोलियो होता है तो जिंदगी कितनी मुश्किल भरी हो जाती है।
पांच वर्ष की आयु तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के पहले चरण में 7 से 12 अगस्त, दूसरे चरण 11 से 16 सितंबर और तीसरे चरण 9 से 14 अक्टूबर के दौरान गर्भवती महिलाओं और पांच साल तक के बच्चों, जिनके कुछ टीके छूट गए हैं, का टीकाकरण पूरा करने के लिए विशेष टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जा रहा है।
डायरेक्टर एनएचएम (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण सत्र से पहले गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष तक के बच्चों वाले सभी परिवारों का सर्वेक्षण कर मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के लाभार्थियों की पहचान की जाएगी। जिन चिन्हित लाभार्थियों ने यू-विन ऑनलाइन पोर्टल पर पहले रजिस्टर नहीं करवाया है, उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा। रजिस्ट्रेशन के बाद बच्चे के टीकाकरण की जानकारी आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध होगी। कार्यक्रम में यूनिसेफ के कार्यक्रम अधिकारी अनिल गुलाटी और प्रशांत कुमार भी उपस्थित थे।
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