डॉक्टरों को पेट दर्द, बुखार उल्टी होने पर हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग

Update: 2023-09-30 13:18 GMT
लखनऊ। राजधानी में जहां लोगों की हेल्थ सुधारने की जिम्मेदारी हो और वही एकाएक फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो जाए तो आम लोगों का क्या होगा। मामला हुसैनगंज स्थित गोल्डन ट्यूलिप होटल में फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए 32 डॉक्टरों का है। जहां 24 सितंबर से प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था। जिसमें 32 डॉक्टर फूड पॉइजनिंग की चपेट में आ गए। जिसमें डॉक्टरों को डायरिया, पेट दर्द, बुखार और उल्टी होने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। वहीं अचानक से बड़ी संख्या में डॉक्टरों का बीमार होना चर्चा का विषय बन गया। जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रेनिंग करने आए थे। वहीं सीएमओ ऑफिस कंट्रोल नंबर पर सूचना मिलते ही आनन-फानन में मेडिकल टीम होटल पहुंची।
इस दौरान एफएसडीए की टीम बुलाकर होटल से स्नैक्स आइटम समेत फूड और पानी के सैंपल भी लिए गए। ज्ञात हो कि यूपीटीईएसए यानी उत्तर प्रदेश टेक्निकल एजुकेशन सर्विस एसोसिएशन की ओर से लखनऊ में 5 दिनों का ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया था। 24 सितंबर से सरकारी डॉक्टर की ट्रेनिंग शुरू हुई। ट्रेनिंग में देश भर के अलग-अलग जिलों से डॉक्टर आए थे। इस बीच डॉक्टर बीमार होने लगे। बीते बुधवार को एक डॉक्टर को फीवर और डायरिया के लक्षण के चलते विवेकानंद पॉली क्लीनिक ले जाया गया। कुछ देर भर्ती कर इलाज करने बाद फिर उन्हें वापस होटल ले आया गया।होटल में 28 सितंबर यानी गुरुवार सुबह का नाश्ता करने के बाद बड़ी संख्या में डॉक्टर फूड पॉइजनिंग की चपेट में आ गए। देखते ही देखते बीमार डॉक्टरों की संख्या 32 पहुंच गई। तेजी से हालात बिगड़ते देख, सीएमओ कार्यालय के कंट्रोल रूम से मेडिकल टीम होटल पहुंची। होटल में भी इलाज शुरू हुआ। इस बीच मौके पर एफएसडीए और नगर निगम की सफाई और खाद्य निरीक्षक की टीम भी मौके पर पहुंची। जहां गंदगी भी मिली।
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