सरकार का बड़ा कबूलनामा: हेड क्लर्क की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक, 6 को किया गया गिरफ्तार
दस से बारह लाख में बिका पेपर।
अहमदाबाद: गुजरात में गौण सेवा पसंदगी आयोग के जरिए रविवार 12 दिसंबर को हेड क्लर्क की परीक्षा कराई गई थी. 186 केंद्रों पर हुए इम्तिहान के पेपर लीक होने के मामले में आज 6 दिन बाद सरकार ने माना है कि पेपर लीक हुआ था. इसे लेकर अब 10 से ज्यादा आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है. 10 लोगों के खिलाफ साबरकांठा पुलिस ने मामला दर्ज किया है. 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के अनुसार, अभी 4 लोग पुलिस की पकड़ के बाहर हैं. आज गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि सरकार जितने भी आरोपी हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करेगी. इस मामले में साबरकांठा पुलिस को छानबीन के आदेश दिए गए थे. छानबीन के बाद ये सुनिश्चित हुआ है कि पेपर लीक हुआ है.
इस पेपर लीक की जानकारी सरकार को देने वाले आम आदमी पार्टी के नेता युवराज सिंह ने गृहमंत्री की प्रेस कान्फ्रेंस के बाद 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि गौण सेवा पसंदगी आयोग के अध्यक्ष असित वोरा को पद से हटाया जाए, वरना छात्र आंदोलन करेंगे.
इम्तिहान को रद्द करने के मामले में जब युवराज सिंह जाडेजा से पूछा गया तो युवराज सिंह ने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि इम्तिहान रद्द हुआ है, लेकिन जब तक इस पूरे मामले में जांच चल रही है, आयोग के चेयरमैन असित वोरा को इसकी जांच से दूर रखा जाए. पेपर लीक मामले में युवराज सिंह का आरोप है कि ये पेपर राजनीतिक लोगों की मदद की वजह से ही लीक होता है.
पुलिस ने इस मामले में जीन 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उन पर धारा 406,420, 409,12बी, के तहत मामला दर्ज किया गया है. युवराज सिंह ने ये भी आरोप लगाया कि ये पेपर 10 से 12 लाख रुपये में बिके हैं. युवराज सिंह का कहना है कि इन आरोपियों के आजीवन किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा देनी चाहिए. जितने भी लोगों ने ये पेपर लिया, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.