दक्षिण कन्नड़: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी केवल चुनाव नजदीक आने पर आंसू बहाते हैं।
एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं में मानवता की कमी है और वह भावुक व्यक्ति होने के कारण आंसू बहाते हैं। उनके इस बयान पर डीके शिवकुमार ने ये टिप्पणी की है। कर्नाटक में 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। वर्तमान में चन्नापटना सीट से सीपी योगेश्वर कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, "भले ही चन्नापटना या रामनगर के लोगों ने कुमारस्वामी को अपना विधायक चुना हो, लेकिन वह एक बार भी राष्ट्रीय या कन्नड़ ध्वज फहराने के लिए जिले में क्यों नहीं आए? क्या उन्होंने चन्नापटना के विकास के लिए कुछ किया?"
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान निर्वाचन क्षेत्र के लिए कोई महत्वपूर्ण काम नहीं किया। शिवकुमार ने सवाल किया, "जब जेडी-एस नेता कुमारस्वामी विपक्ष में थे, तो वह भाजपा के साथ मौन सहमति में थे। वह भाजपा के साथ गठबंधन में फंड क्यों नहीं लाए और विकास कार्य क्यों नहीं किए? उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया?"
शिवकुमार ने केंद्रीय मंत्री के बेटे निखिल कुमारस्वामी का जिक्र करते हुए कहा, "कुमारस्वामी और उनकी पत्नी चन्नापटना सीट का प्रतिनिधित्व करते थे। मौजूदा उम्मीदवार का चन्नापटना से कोई संबंध नहीं है। वह मांड्या और रामनगर दोनों जगहों से हार गए हैं।" योगेश्वर के पार्टी बदलने पर शिवकुमार ने कहा, "सीपी योगेश्वर पहले कांग्रेस में थे और बाद में समाजवादी पार्टी और फिर भाजपा में शामिल हो गए। अब वह विधान परिषद में अपने पद से इस्तीफा देकर हमारी पार्टी में लौट आए हैं। वह कर रहे हैं कि केवल कांग्रेस ही निर्वाचन क्षेत्र को लाभान्वित करेगी।"
उन्होंने कहा, "चन्नापटना तालुका के लोग शिक्षित और जागरूक हैं। हमारी सरकार उनकी सेवा करने के लिए उनके दरवाजे तक गई है। कम से कम 22 हजार लोगों ने हमारे साथ अपनी परेशानियां शेयर की हैं और सैकड़ों करोड़ रुपये के विकास कार्य शुरू हो गए हैं। हम गरीबों को जगह मुहैया करा रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार पूरे राज्य में सभी वर्गों के लोगों को पांच गारंटी योजनाएं प्रदान कर रही है। हमारी गारंटी योजनाएं देश के लिए एक मॉडल हैं। कई कार्यकर्ता जेडी-एस से कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं क्योंकि उन्हें वहां कोई भविष्य नहीं दिख रहा है।"