उत्तराखंड। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार भारी बारिश के बीच चल रहे कांवड़ मेला की व्यवस्थाओं को परखने के लिए हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने कनखल दक्ष मंदिर पहुंचकर मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ पूजा-अर्चना की। उन्होंने मेला क्षेत्र बैरागी कैंप, शंकराचार्य चौक, केशव आश्रम, चंडी चौक, वीआईपी घाट, पंतदीप पार्किंग, खड़ी खड़ी, भूपतवाला बाजार, भीमगोड़ा, ऊंचा पुल, विभिन्न पार्किंग का भ्रमण करते हुए हुए संबंधित जोनल एवं सेक्टर प्रभारियों को व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित किया।
डीजीपी ने भ्रमण के बाद कंट्रोल रूम में अभी तक मेले के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले 22 पुलिस कर्मियों, एसपीओ व अन्य पुलिस अधिकारियों को उनके द्वारा किए गए बेहतर कार्यों की सराहना करते हुए सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के बाद उन्होंने समस्त मेला ड्यूटी में नियुक्त जोनल एवं सेक्टर प्रभारियों के साथ से शुरू "डाक कांवड़" के संबंध में विस्तृत रूप से व्यवस्थाओं की जानकारी ली और अधीनस्थों को किसी भी प्रकार की कोई कमी न रखते हुए सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित किया। उपस्थित अधिकारियों से मेले के संबंध में फीडबैक लिया गया तथा अपने लंबे अनुभवों को साझा करते हुए आपसी विचार विमर्श किया गया।
लगातार हो रही बारिश और जगह-जगह भर रहे पानी को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार को हालात ज्यादा खराब होने पर इमरजेंसी प्लान तैयार रखने का निर्देश दिया। डीजीपी ने सभी अधिकारियों से कहा कि अगले कुछ दिन हम सभी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, कोई भी अधिकारी डाक कांवड़ को हल्के में ना ले। दिन ब दिन कांवड़ियों की संख्या बढ़ रही है। प्रत्येक अधिकारी अपने-अपने पॉइंट पर व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए इस अति महत्वपूर्ण मेले को कुशलता से संपन्न कराने में अपना योगदान दे। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी है। मौके की स्थिति के अनुसार अपने विवेक का प्रयोग करते हुए तत्काल निर्णय लेना है, जिससे स्थिति सामान्य रहे। सावन का महीना है, बारिश तो होनी है। प्रत्येक अधिकारी/कर्मचारी छाता और बरसाती अपने पास रखेंगे। जल पुलिस एवं आपदा राहत दल 24 घंटे समस्त उपकरणों के साथ तैयारी की दशा में रहेगा।
डीजीपी ने कहा कि सीसीटीवी मॉनिटरिंग हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, वहां पर नियुक्त कर्मचारी मेले की हर गतिविधि पर नजर बनाए रखें कहीं पर भी स्थिति प्रतिकूल लगती है तो तत्काल संबंधित जोन/सेक्टर प्रभारी को सूचित करें। हमें दुर्घटनाओं का इंतजार नहीं करना है, हमें समय रहते ही व्यवस्थाओं को पूर्ण करना है। हर की पेडी एवं पुलों पर किसी भी दशा में कांवड़ियों को भीड़ के रूप में एकत्र न होने दिया जाए। जल भरते ही रवाना कर देना है, जिससे कि आने वाले कांवड़ियों को भी जगह मिल सके।
''कांवड़ पटरी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे जो दुकानें/ ढाबे खोले गए हैं उन्हें निर्धारित सीमा से दूरी रखा जाए, क्योंकि उन स्थानों पर भीड़ एकत्र होते ही दुर्घटना की संभावना बन जाती हैं। लगातार बारिश को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार द्वारा हरिद्वार में पानी का जलस्तर बढ़ सकता है। इससे कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है एसएसपी हरिद्वार को निर्देशित किया गया कि वह तत्काल एक कंटिजेसी प्लान तैयार रखें तथा फोर्स को रेस्क्यू उपकरणों सहित तैयारी की दशा में रखें।'' पुलिस महानिदेशक ने सीसीटीवी कंट्रोल रूम पर जाकर पूरे मेले क्षेत्र, हाईवे एवं कांवड़ पटरी की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया गया।
उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े कार्य को संपन्न करने के लिए आपसी समन्वय बहुत जरूरी होता है। चाहे वह किसी भी रूप में हो, हमें सब लोगों को मिलकर इस विशाल मेले को संपन्न कराने में अपना पूर्ण योगदान देना है, जिसमें हमलोग अवश्य सफल होंगे। इसके बाद डीजीपी ने एसएसपी अजय सिंह व अन्य ऑफिसर्स के साथ हर की पौड़ी पर गंगा-आरती दर्शन कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।