तमिलनाडु। तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को उनके संबंधित जिलों में एच3एन2 मामलों की निगरानी के लिए एक सर्कुलर भेजा है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बुखार के बताए जा रहे मामलों की संख्या की जानकारी देने को कहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने 10 मार्च को तिरुचि में मरने वाले व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण दिखने के बाद उसके सैंपल भेजे हैं। 27 वर्षीय युवक जो बेंगलुरु में रहता था और तिरुचि का मूल निवासी था, गोवा में अपने दोस्तों के साथ कुछ दिन बिताने के बाद अपने घर लौट आया था। उसे पेट में तेज दर्द और उल्टी के लक्षण दिख रहे थे और उसे 9 मार्च को तिरुचि के जीबीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उसमें कोविड-19 के लक्षण दिखे और बाद में 10 मार्च को उसकी मौत हो गई। बाद में उसके परिवार के छह सदस्यों को अलग-अलग रहने के लिए कहा गया। हालांकि उनमें कोविड-19 या एच3एन2 सहित किसी भी बीमारी के लक्षण नहीं दिखे।
मंगलवार को अस्पताल के अधिकारियों ने एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस टेस्ट के लिए उसके नमूने भेजे। इस बीच, तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने आईएएनएस को बताया, "हमने 10 मार्च को पूरे तमिलनाडु में 1,000 केंद्रों पर सुबह से शाम तक एक मेगा बुखार उपचार शिविर आयोजित किया। हमने लोगों को मास्क पहनने, सुरक्षित रहने सहित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और हाथों को नियमित रूप से साफ करने का निर्देश दिया है।" लोगों को यह भी सलाह दी गई है कि बुखार के कोई भी लक्षण होने पर तुरंत स्थानीय अस्पतालों से संपर्क करें और उचित जांच कराने के साथ-साथ इलाज कराएं। हालांकि, तमिलनाडु में एच1एन1 या स्वाइन फ्लू के कई मामले देखे जा रहे हैं, और नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्य ने 545 एच1एन1 मामलों की सूचना दी है। राज्य के जन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोविड-19 और एच3एन2 दोनों के लक्षण लगभग एक जैसे हैं।