गुटखा कारोबारी के घर छापा, देर रात CGST की टीम ने दी दबिश
सभी के फोन स्विच ऑफ, घर से बाहर जाने पर रोक
यूपी। चुनावी मौसम में यूपी के कई क्षेत्रों में छापेमारी का दौर जारी है. कानपुर और कन्नौज के बाद अब वाराणसी में भी सीजीएसटी की टीम ने शुक्रवार देर रात को एक गुटखा कारोबारी के यहां छापेमारी कर दी. इस गुटखा कारोबारी का नाम लक्ष्मीकांत पांडेय उर्फ पम्मी पांडेय बताया गया है. जांच एजेंसी को खबर मिली थी कि ये कारोबारी लाखों की कर चोरी कर रहा है, ऐसे में एक टीम बनाई गई और देर रात उसके कारखानों पर धावा बोल दिया गया.
छापेमारी टीम में शामिल अफसरों ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर रखा है. हालांकि सूत्रों की मानें तो शुरुआती जांच में लाखों की कर चोरी पकड़ी गई है. गुटखा कारोबारी निजी स्कूल के संचालन की फ्रेंचाइजी में भी शामिल बताया गया है. ऐसे में जांच एजेंसी ने बिना किसी को भनक लगे कारोबारी के खिलाफ ये एक्शन लिया.
बताया गया है कि अफसरों ने छापेमारी के दौरान कारखाने में मौजूद कर्मचारियों समेत तमाम लोगों के मोबाइल को स्विच ऑफ करा दिया था और आने-जाने पर रोक लगा दी थी. अफसरों ने निर्माण से संबंधित समस्त लेखा बहियों, कम्प्यूटर हार्डडिस्क, लैपटॉप, बैंक खातों, जमीन संबंधित कागजात, बैंक लॉकर से संबंधित कागजात और अन्य को अपने कब्जे में ले लिया है. इस सब के अलावा फैक्ट्री में रखे गए कच्चे माल का खरीद-बिक्री लेखा बहियों से मिलान किया गया है. जानकारी के लिए मुताबिक ये कारोबारी आशिकी नाम के ब्रांड वाला गुटखा बेचता है. 'आशिकी' ब्रांड गुटखा काफी लोकप्रिय है. इसकी सप्लाई जौनपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर की जाती है. बताया जाता है कि इस नामी निर्माता की फैक्ट्री प्रेमचंद नगर कॉलोनी के अलावा गोइठहां, नक्खीघाट, सोएपुर समेत कई जगहों पर है. इसने अपने बड़े-बड़े गोदाम भी बनवा रखे हैं.
वैसे गुटखा निर्माता के यहां जांच की कार्रवाई शुरू होते ही जिले के अन्य गुटखा निर्माताओं और विक्रेताओं के यहां हड़कंप मच गया है. सभी एक-दूसरे से मोबाइल पर सम्पर्क कर जांच की हर खबर जानने का प्रयास कर रहे हैं.