बच्चे को उठा ले गया गुलदार, डर रहे लोग
वन विभाग की टीम और पुलिस ने सर्चिंग भी की, लेकिन देर रात तक बच्चे का पता नहीं लगा.
पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल पैठाणी के बड़ेथ गांव में 5 वर्षीय बच्चा अपनी मां के पीछे गौशाला जा रहा था, तभी एक गुलदार उसे उठा ले गया. ग्रामीणों ने शोर भी मचाया, लेकिन गांव में लाइट न होने के कारण गुलदार अंधेरे में बच्चे को लेकर जंगल की ओर चला गया.
रातभर ग्रामीणों ने टॉर्च से बच्चे की खोजबीन की. पुलिस और वन विभाग को सूचना दी गई. वन विभाग की टीम और पुलिस ने सर्चिंग भी की, लेकिन देर रात तक बच्चे का पता नहीं लगा. शुक्रवार सुबह वन विभाग और पुलिस कर्मियों को जंगल में बच्चे का शव मिला.
गुरुवार की शाम हुई इस घटना के बाद धुंध और अंधेरा होने की वजह से ग्रामीण भी जंगल में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है. बच्चा तीन बहनों का इकलौता भाई था. इस घटना के बाद बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया.
गुलदार पिछले एक हफ्ते से पैठाणी क्षेत्र में देखा जा रहा था. इसके बावजूद वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली न होने के कारण भी बच्चे को ढूंढने में परेशानी का सामना करना पड़ा. इलाके में यदि बिजली होती तो यह घटना नहीं घटती.
क्षेत्रीय विधायक और मंत्री धन सिंह रावत ने घटना की जानकारी के बाद वन विभाग के अधिकारियों और जिला अधिकारी को फोन कर घटना की जानकारी ली थी. मंत्री धन सिंह रावत ने वन विभाग की लापरवाही पर अधिकारियों को फटकार लगाई और अलग-अलग जगहों पर पिंजरा लगाने के निर्देश दिए. मंत्री ने कहा कि यदि आवश्यकता है तो गुलदार को मारने के लिए विभाग से स्वीकृति ली जाए, लेकिन जल्द से जल्द यदि गुलदार नहीं पकड़ा गया तो परिणाम गंभीर होंगे.
ग्रामीणों का आरोप है कि इससे पहले भी तीन घटनाएं क्षेत्र में हो चुकी हैं. कुछ दिनों पहले ही भालू ने एक महिला को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. उसके कुछ दिनों बाद ही शादी से घर आ रहे एक वृद्ध को भी बालू ने हमला कर घायल कर दिया था.