गांधीनगर: गुजरात सरकार ने आगामी नवरात्रि उत्सव समारोह को लेकर अपने नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। सरकार ने गरबा कार्यक्रमों में चिकित्सा टीमों, एम्बुलेंस और निरंतर चिकित्सा देखभाल के प्रावधान को अनिवार्य करते हुए एक परिपत्र जारी किया है।
अधिकारियों ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त निदेशक (सार्वजनिक स्वास्थ्य) डॉ. नीलम पटेल द्वारा हस्ताक्षरित परिपत्र में नवरात्रि महोत्सव के दौरान शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आयोजित होने वाले 'रास गरबा' कार्यक्रमों के कारण ऐसे उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
इन आयोजनों में अक्सर भक्तों की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ती है, जिससे संभावित स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों के बारे में चिंताएं बढ़ जाती हैं। इन चिंताओं को दूर करने के लिए यह परिपत्र अधिकारियों को इन आयोजन स्थलों पर एम्बुलेंस से सुसज्जित चिकित्सा टीमों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश देता है। इसके अलावा यह आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में चौबीसों घंटे चिकित्सा उपचार और डॉक्टरों तक पहुंच की पेशकश के महत्व पर जोर देता है।
हालांकि परिपत्र में इन उपायों के पीछे के कारणों का स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन यह अनुमान लगाया गया है कि हाल ही में सार्वजनिक कार्यक्रमों में होने वाली दिल के दौरे की घटनाओं को लेकर यह कदम उठाया गया है। इन उपायों का उद्देश्य नवरात्रि गरबा उत्सव में भाग लेने वाले सभी लोगों के लिए समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करना और एक सुरक्षित वातावरण बनाना है।