गुजरात वन विभाग ने शेड्यूल पशुओं के 34 अंगों को टेस्ट के लिए एफएसएल भेजा
पालनपुर (उत्तरी गुजरात) (आईएएनएस)| डीसा रेंज वन विंग ने जब्त किए गए शेड्यूल पशुओं के 34 अंगों को प्रामाणिकता परीक्षण के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला निदेशालय भेजा है। विंग ने ये इन अंगों को डीसा के एक कारोबारी के पास से जब्त किए थे। रेंज वन अधिकारी एलडी रत्दा ने कहा कि हमारी टीम को पुख्ता सूचना मिली थी कि जड़ी-बूटी और प्राकृतिक चिकित्सा दवाओं का कारोबार करने वाले अर्जुन मोदी के पास शेड्यूल पशुओं के अंग हैं। गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार को तलाशी ली गई और शेड्यूल पशुओं के 34 अंग जब्त किए गए। रेंज वन अधिकारी ने खुलासा किया कि टीम ने शेर और बाघ के नाखून और दांत, सेही के पंख, लोमड़ियों की आंतों के अलावा अन्य चीजें जब्त की हैं।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपी को गिरफ्तार करके न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आरोपी ने दावा किया है कि ये सभी नकली अंग हैं। आरोपी ने बताया कि ये अंग उसके दादा और पिता के जमाने से उसकी दुकानों में थे। पैसा बनाने के लिए इन वस्तुओं को काले जादूगर को मूल अंगों के रूप में बेचा जाता है।
अधिकारी ने कहा कहा कि अगर एफएसएल पुष्टि करता है कि ये अंग जानवर के अंग असली हैं, तो टीम अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर कर उसकी रिमांड की मांग करेगी। इसके बाद जांच शुरू होगी कि उसने इन्हें कहां से खरीदा था।