GST धोखाधड़ी मामला: राजस्थान में सीए और एक महिला समेत 12 गिरफ्तार

राजस्थान में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) और सेंट्रल जीएसटी आयुक्तालय

Update: 2021-02-24 02:04 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क:  राजस्थान में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) और सेंट्रल जीएसटी आयुक्तालय ने एक ही दिन में एक सीए और एक महिला समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी राजस्व विभाग (डीओआर) में कार्यरत एक अधिकारी ने दी है। सीए फर्जी चालान जारी करने के लिए फर्जी फर्मों को चलाने में शामिल था।उन्होंने कहा कि सीए नवंबर के बाद से नकली जीएसटी चालान धोखाधड़ी के खिलाफ चल रहे राष्ट्रव्यापी अभियान में अब तक का दसवां अधिकारी है जिसे गिरफ्तार किया गया। फर्जी जीएसटी बिलों के जरिये धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में 329 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार किए गए 329 लोगों में से चार को विदेशी मुद्रा संरक्षण अधिनियम और तस्करी निरोधक अधिनियम (सीओएफऊपीओएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जबकि शेष अन्यों के खिलाफ जीएसटी खुफिया और सीजीएसटी अधिकारियों ने 9,600 नकली जीएसटी-पंजीकृत संस्थाओं के खिलाफ 3,200 से अधिक मामले दर्ज किए हैं।
अधिकारियों ने जीएसटी धोखाधड़ी में लिप्त पाए गए लोगों से 1,000 करोड़ से अधिक की वसूली की
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा अधिकारियों ने इन धोखेबाजों से 1,000 करोड़ से अधिक की वसूली की गई है। उन्होंने बताया कि जीएसटी अधिकारी इनपुट टैक्स क्रेडिट के फर्जी चालान और फर्जी फर्मों के द्वारा धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने के लिए डेटा एनालिटिक्स, इंटीग्रेटेड डेटा-शेयरिंग और एआई टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।ये तकनीकें जीएसटी के इकोसिस्टम और नकली संस्थाओं की गतिविधिोयों की पहचान करने व जालसाजों के खिलाफ जांच करने के लिए विशेष इनपुट के साथ हमारी बहुत सहायक बनी है।फर्जी जीएसटी इनवॉयस धोखाधड़ी के खिलाफ चल रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत दिसंबर 2020 में 1.15 लाख करोड़ और जनवरी 2021 में 1.20 लाख करोड़ का संग्रह हुआ है। बता दें गिरफ्तार किया गया सीए उन तीन फर्जी फर्मों में शामिल था, जो सामानों के कम से कम उत्पादन कर रही थीं। केंद्रीय जीएसटी जयपुर जोन ने उसे गिरफ्तार किया।उन्होंने कहा, जांच के दौरान अधिकारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध न्यायालय में आरोप पत्र दायर किया था, जिसके बाद खुद ही सीए समेत अन्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया और अब उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जिन 329 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है उनमें 131 मास्टरमाइंड, 113 प्रोपराइटर, 46 डायरेक्टर, 17 पार्टनर, 5 सीईओ, 10 सीए, चार अकाउंटेंट, एक कंपनी सेक्रेटरी, एक ब्रोकर और एक जीएसटी प्रैक्टिशनर शामिल हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों में फर्जी संस्था के संचालक और कुछ लाभार्थी शामिल हैं, जो इन जालसाजों के साथ मिलकर नकली चालान का कारोबार करते थे.
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