संपत्ति का लालच: अपनों ने ही कागज में मार डाला, इंसाफ के लिए भटक रहा बाप

पिता-पुत्र के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है.

Update: 2024-03-07 05:07 GMT

सांकेतिक तस्वीर

देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया में पिता-पुत्र के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां बेटों ने अपने पिता को कागजों में मृत दिखाकर करोड़ों की संपत्ति अपने नाम करा ली. पीड़ित को पता चला तो शिकायत लेकर SDM के पास पहुंचे. उनका कहना है कि उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. इसके बाद पीड़ित DM के जनता दर्शन में पहुंचा और गुहार लगाई.
जानकारी के अनुसार, हरिश्चंद यादव तहसील रुद्रपुर ग्राम अहलादपुर मरकड़ी के रहने वाले हैं. इनके तीन बेटे विजय यादव, मनोज यादव और अमित यादव हैं. इनमें अमित की मौत हो चुकी है. हरिश्चंद ने कई बीघा जमीन अपनी पत्नी पानमती के नाम से खरीदी थी. उन्होंने इंटर कॉलेज भी बनवाया, जिसमें वे खुद प्रबंधक थे, बाद में बेटे को प्रबंधक बना दिया.
हरिश्चंद की प्रॉपर्टी की कीमत करोड़ों में है. जून 2023 में हरिश्चंद की पत्नी पानमती का देहांत हो गया. इसके बाद इनके दोनों बेटों मनोज यादव व विजय यादव ने कूटरचित तरीके से कागजों में हेराफेरी करके सारी जमीन की अपने नाम से विरासत दर्ज करा ली. खतौनी में इनका नाम काटकर खारिज दाखिल कर दिया गया, जिसमें स्व. हरिश्चंद्र यादव लिखा है और सारी संपत्ति इनके बेटों के नाम से दर्ज हो गई है.
जब इस बारे में हरिश्चंद को पता चला तो वे हैरान रह गए. उनका कहना है कि उनके बेटे कभी भी उनकी हत्या करा सकते हैं. उनका इंटर कॉलेज है, जिसमें बेटे को प्रबंधक बना दिया था. अब वहां जाने पर पुलिस के हवाले करने की धमकी दे रहे हैं. जब वह रुद्रपुर तहसील में SDM से मिले तो उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया.
हरिश्चंद यादव ने कहा कि मैंने सभी प्रॉपर्टी पत्नी के नाम से खरीदी थी. पत्नी की 2023 में डेथ हो गई. अब बेटों ने साजिश के तहत सारी संपत्ति अपने नाम दर्ज करा ली है. हमको पेपर में मृतक दिखा दिया है. मैं चाहता हूं कि मुझे न्याय मिले. बेटे मुझे मरवाने के लिए धमकी दे रहे हैं. हमारे बेटे हमारे पीछे गुंडे लगाए हुए हैं. यह कभी भी हमको मरवा सकते हैं. मेरा बेटा मनोज कहता है कि स्कूल की सीढ़ी पर चढ़ गए तो फिंकवा देंगे. परिवार रजिस्टर में मेरा नाम अभी दर्ज है, लेकिन खतौनी में स्व. दिखा दिया गया है.
अपर जिलाधिकारी गौरव कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हरिश्चंद्र यादव रुद्रपुर के निवासी हैं. इनके द्वारा एप्लीकेशन दी गई है. इसमें कहा गया है कि उनके पुत्रों ने उनको मृत दिखाते हुए विरासत के लिए ऑनलाइन किया था, जिसमें विरासत दर्ज हो गई है. यह प्रकरण संज्ञान में आया है. एसडीएम रुद्रपुर को संदर्भित करते हुए जांच कराएंगे. जांच में तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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