पर्यटन, बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध: नितिन गडकरी
नई दिल्ली (आईएएनएस)| केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने और देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। गडकरी दिल्ली में सीआईआई के वार्षिक सत्र 2023 को संबोधित कर रहे थे।
गडकरी ने 'फ्यूचर फ्रंटियर्स, कॉम्पिटिटिवनेस, टेक्नोलॉजी, सस्टेनेबिलिटी, इंटरनेशनलाइजेशन' थीम के तहत इन क्षेत्रों में हुई महत्वपूर्ण प्रगति और इसके प्रभाव से रोजगार सृजन पर प्रकाश डाला।
गडकरी ने पर्यटन क्षेत्र में हुए सुधार पर बात की और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से प्राप्त फीडबैक का हवाला दिया, जिन्होंने पिछले वर्ष की तुलना में इस साल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि बताई थी।
कनेक्टिविटी के महत्व को स्वीकार करते हुए, गडकरी ने देहरादून-दिल्ली राजमार्ग के निर्माण की योजना का खुलासा किया, जो यात्रा के समय को काफी कम कर देगा। साथ ही गडकरी ने चारधाम यात्रा से संबंधित चल रही परियोजनाओं और मसूरी की सुरंग पर कार्य प्रगति के बारे में बताया।
पर्यटन उद्योग को और मजबूत करने के लिए सरकार ने 1,30,000 करोड़ रुपये के 260 प्रस्तावों को स्वीकार किया है, जो रोपवे केबल कार और फनिक्युलर रेलवे पर केंद्रित हैं। इन पहलों को सार्वजनिक-निजी निवेश के माध्यम से लागू किया जाएगा, जिससे देश भर के पर्यटकों को टिकाऊ और सुलभ परिवहन विकल्प मिलेगा।
लॉजिस्टिक्स में सुधार और लागत कम करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए, गडकरी ने आर्थिक गलियारा और ग्रीन एक्सप्रेस राजमार्ग परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वास जताया कि इन पहलों से लॉजिस्टिक्स की लागत घटकर 9 प्रतिशत हो जाएगी, जिससे निर्यात के अवसर बढ़ेंगे और रोजगार में वृद्धि होगी।
गडकरी ने देश भर में 670 सड़क किनारे सुविधाओं के विकास में निजी क्षेत्र के सहयोग के महत्व पर जोर दिया, जिसमें चाजिर्ंग स्टेशन, गैस स्टेशन और अंतरराष्ट्रीय मानक स्तर के रेस्तरां शामिल हैं।
मंत्री ने भविष्य की तकनीक में हेलीपोर्ट और ड्रोन की क्षमता पर जोर दिया। उन्होंने 200 किलोग्राम तक ले जाने में सक्षम ड्रोन के विकास के बारे में बताया, साथ ही भविष्य के मॉडल के साथ चार यात्रियों को एक साथ ले जाने की उम्मीद जताई। इसके अलावा, उन्होंने जम्मू में 16 सुरंगों और दिल्ली-कटरा राजमार्ग के प्रस्तावित निर्माण की योजना पर प्रकाश डाला, जिससे दिल्ली से छह घंटे के भीतर कटरा पहुंच सकेंगे।
गडकरी ने बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र का मुद्दा भा उठाया और खुलासा किया कि ई-कार, ई-रिक्शा और ई-बसों की शुरूआत के साथ-साथ 400 स्टार्टअप इलेक्ट्रिक बसों का निर्माण करने के लिए उभरे हैं। उन्होंने भारत में लंदन बस मॉडल को लागू करने में रुचि दिखाई और दो लाख बसों के बेड़े का लक्ष्य रखते हुए, राज्य परिवहन प्रणाली में सुधार और डीजल चोरी से निपटने की आवश्यकता को स्वीकार किया।
गडकरी ने दिल्ली में धौला कुआं को हरियाणा के गुरुग्राम से जोड़ने वाली स्काई बस सेवा की योजना की भी घोषणा की, जो यात्रियों के लिए यातायात की भीड़ को कम करेगी।
गडकरी ने अंत में भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के पीएम मोदी के सपने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने, उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों के विकास और स्टार्टअप के लिए अवसरों के प्रावधान पर कहा कि इससे 4.5 करोड़ नौकरियों का सृजन होगा।
इसके अलावा, उन्होंने 25 लाख टन कचरे के उपयोग के लिए सरकार के अभिनव दृष्टिकोण को भी साझा किया।