BJP के लिए सिरदर्द बन गए हैं राज्यपाल सत्यपाल मलिक? अब RTI में सामने आई ये जानकारी
नई दिल्ली: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने कुछ दिन पहले इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में गोवा की बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. उन्होंने ये भी कहा था कि गोवा की बीजेपी सरकार में हो रहे कथित भ्रष्टाचार की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को भी दी गई थी. इस इंटरव्यू के बाद राजनीतिक भूचाल तो आया ही, साथ ही एक आरटीआई (RTI) भी दाखिल की गई, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर पीएम मोदी और सत्यपाल मलिक के बीच हुई बातचीत की जानकारी मांगी गई. हालांकि, इस आरटीआई के जवाब में गोवा राजभवन की ओर से जवाब में ये कहा गया कि दोनों के बीच हुए पत्राचार गायब हैं.
इंडिया टुडे के इंटरव्यू के आधार पर आरटीआई कार्यकर्ता आयर्स रॉड्रिग्ज (Aires Rodrigues) ने आरटीआई दाखिल की थी. इसमें उन्होंने गोवा के राज्यपाल रहते हुए सत्यपाल मलिक और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुए उन पत्राचारों की जानकारी मांगी थी, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) की सरकार में हो रहे करोड़ों रुपये के घोटाले के बारे में बताया था.
हालांकि, इस आरटीआई के जवाब में गोवा राजभवन ने यही कहा कि दोनों के बीच हुए पत्राचार की जानकारी गायब है. आयर्स रॉड्रिग्ज ने बताया कि उनकी आरटीआई के जवाब में गोवा राजभवन के पीआरओ ने कहा, 'पीएम मोदी और सत्यपाल मलिक के बीच हुए पत्राचार गायब थे और उन्हें ढूंढा नहीं जा सका.'
आरटीआई पर ऐसा जवाब मिलने पर गोवा में आम आदमी पार्टी के नेता और वकील वाल्मीकि नाईक ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि मोदी भ्रष्ट काडर को संरक्षण दे रहे हैं.
सत्यपाल मलिक ने इंटरव्यू में कहा था कि गोवा सरकार ने जो भी कुछ किया, उसमें भ्रष्टाचार था. मैंने आवाज उठाई तो मुझे हटा दिया गया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था गोवा सरकार ने घर-घर राशन बांटने की योजना शुरू की थी, ये सब उस कंपनी के कहने पर शुरू किया गया था, जिसने सरकार को पैसे दिए थे.