सरकार का टीकाकरण प्लान: चुनाव से पहले हर मतदाता यूपी-पंजाब जैसे राज्यों के लिए वैक्सीन का करेगा टारगेट पूरा
उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत कुछ राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत कुछ राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इनको लेकर सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं तय कर ली हैं। इन प्राथमिकताओं में से एक है कोरोना का टीका। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सरकार चाहती है कि चुनावी राज्यों में वैक्सीन के लिए एलिजिबल लोगों को कम कम एक डोज लग जाए। इसके साथ ही अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक 100 करोड़ कोरोना वैक्सीन का लक्ष्य पूरा हो जाने का अनुमान है।
चुनाव से पहले फर्स्ट डोज 100 परसेंट टारगेट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत कई राज्यों में अगले साल चुनाव है। ऐसे में सरकार चाहती है कि इन सभी राज्यों के उन लोगों को जो टीका लेने के लिए योग्य हैं, कम से कम एक डोज लग जाए। इसके मुताबिक कोरोना वैक्सीनेशन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, ऐसे में इसको लेकर वह कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। अगर उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर कम से कम 50 फीसदी लाभार्थियों को कोरोना के टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी है। सूत्र का कहना है कि चुनाव से पहले कम से कम एक डोज वालों का आंकड़ा 100 फीसदी पहुंचाना है।
सबसे ज्यादा लोगों को लगी है कोविशील्ड
गौरतलब है कि शुक्रवार को देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 78 करोड़ के ऊपर पहुंच गया। सरकार का कहना है कि देश की 20 फीसदी वयस्क आबादी ने कोविड 19 की दोनों डोज ले ली है। वहीं 62 फीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगाई जा चुकी है। इसमें 87.6 परसेंट सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई गई कोविशील्ड, 12.11 फीसदी भारत बायोटेक की बनाई कोवैक्सीन और एक फीसदी से कम स्पुतनिक वी का इस्तेमाल किया गया है। वहीं फाइजर और मॉडर्ना वैक्सीन के भारत आने में देरी को लेकर हो रहे सवाल पर सूत्रों ने कहा कि वैक्सीन बनाने वाले समय-समय पर अपनी मांग में बदलाव कर दे रहे हैं। इससे वैक्सीन के यहां आने में देरी हो रही है।