गोवा। गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई और उनकी पत्नी रीथा श्रीधरन ने तलेइगाओ में मतदान केंद्र संख्या-15 पर मतदान किया। गोवा पूरी तरह चुनावी माहौल में रंग गया है। इस बार 'गुलाबी बूथ' लोगों के आकर्षण का केंद्र है। निर्वाचन आयोग ने इस बार चुनाव को पर्यावरणपूरक बनाने के साथ ही 105 गुलाबी बूथ भी बनाए हैं जहां महिला पीठासीन अधिकारि तैनात रहेगी। वहीं, 8 बूथ दिव्यांगों के लिए भी बनाए गए हैं। राज्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने कहा कि 11 इकोफ्रेंडली मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां बांस से बना मतदान केंद्र होगा। नारियल के छिलके और बांस की ट्रे में मास्क और सैनिटाइजर रखे रहेंगे। हमारी यह कोशिश है कि चुनाव के दौरान प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल हो।
गोवा विधानसभा में 40 सीटे हैं, जिसमें से भाजपा के पास वर्तमान में 17 विधायक हैं, और उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP), गोवा फारवर्ड पार्टी (GFP) के विजय सरदेसाई और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं। जबकि दूसरी ओर कांग्रेस के पास 15 विधायक हैं। गोवा विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलावा शिवसेना गठबंधन चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी अपने पिता की परंपरागत पणजी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। पणजी विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा ने पणजी सीट से अतानासियो मोनसेरेट उर्फ 'बाबुश' को मैदान में उतारा है। हाल ही में अतानासियो कांग्रेस के नौ अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। राज्य की चुनावी राजनीति में पणजी विधानसभा सीट का अपना ही महत्व है। पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पणजी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था, और वह राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री भी रहे थे।