लड़कियों को नशे की दवा देकर कराया जाता है घिनौना काम, रिमांड होम अधीक्षक पर एक ने लगाया आरोप
और भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
पटना: बिहार में पटना सिटी के राजकीय उत्तर रक्षागृह (बालिका रिमांड होम) से निकली एक लड़की ने अधीक्षक वंदना गुप्ता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने बताया कि यहां बाहर से लड़के आते हैं. इनके साथ लड़कियों को जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है. लड़कियों को पहले नशे की दवा दी जाती है और उसके बाद घिनौना काम करने को कहा जाता है.
लड़की ने दावा किया है कि अगर कोई लड़की इसका विरोध करती है तो उसका खाना बंद करवा दिया जाता है और मारपीट की जाती है. लड़की ने आरोप लगाया कि वंदना के अत्याचार के कारण कई लड़कियों ने आत्महत्या तक कर ली है. उसने बताया कि उसके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. उसे जबरन नशीला पदार्थ खिलाकर कई बार उसके साथ लोगों ने शारीरिक संबंध बनाए.
लड़की ने कहा कि कई बार उसने सोचा कि वह भी आत्महत्या कर ले. यहां तक कि उसने ब्लेड से अपनी कलाई तक काट डाली थी. उसने ये भी बताया कि इस रिमांड घर में हर चीज के पैसे देने पड़ते हैं, तभी उन्हें अच्छी सुविधा मिलती है. उसने बताया कि जो भी लड़की वंदना की बात नहीं मानती, उसे पेड़ से बांधकर पीटा जाता है.
वहीं, वकील मीनू कुमारी का कहना है की कई लड़कियों को कोर्ट के आदेश के बावजूद वंदना उन्हें बाहर नहीं निकलने देती. वह पैसे की डिमांड करती है. अगर उसे पैसे ना दिए जाएं तो वह किसी ना किसी कागजी कार्रवाई में उन्हें फंसाकर रखती है. जब इस बारे में गया घाट स्थित राजकीय उतर रक्षा गृह की सुपरिटेंडेंट से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहे बिना फोन काट दिया.
वहीं, पीड़ित लड़की इस शिकायत को लेकर जब गांधी मैदान के पास स्थित थाने में गई तो उसे वहां से पटना के महिला थाना जाने के लिए कहा गया. जब वह महिला थाना गई तो वहां कहा गया कि एक नोट पैड पर अपनी शिकायत लिखकर दें. उन्होंने कहा कि शिकायत हमें देने से अच्छा है आप पटना डीएम से इस विषय में बात करें. इतना सब होने के बाद आखिरकार पीड़ित लड़की वापस लौट गई. उसका कहना है कि अब वह इंसाफ के लिए कहां जाए, समझ नहीं आ रहा.