कानून के शिकंजे में बुरी फंसी युवती, खुद को बताती IAS
दो आधार कार्ड, 40 हजार रुपये और नकली गहने मिले हैं।
मुजफ्फरपुर: खुद को डॉक्टर और आईएएस अधिकारी बता शादी का झांसा दे मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत युवक से गहने उड़ाने की जुगत में एक युवती को बेऊर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से दिल्ली एम्स की फर्जी आईडी और यूपीएसएस पास होने की खबर की कटिंग, दो आधार कार्ड, 40 हजार रुपये और नकली गहने मिले हैं। उसकी पहचान औराई थाना निवासी तन्नू प्रिया उर्फ जानवी सिंह उर्फ ठाकुर प्रिंसी सिंह (21) के रूप में हुई है। बाद में जांच में पता चला कि महिला ना तो डॉक्टर है और ना ही उसने यूपीएससी पास किया है। पुलिस इस बात का शक जाहिर कर रही है कि इस युवती ने इससे पहले भी कई जगह शादी का झांसा देकर लोगों को ठगा है।
बेऊर के गंगा बिहार कॉलोनी निवासी युवक बेंगलुरु में मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। बीते दिनों फेसबुक से उनका संपर्क मुजफ्फरपुर निवासी जानवी सिंह नाम की युवती से हुआ था। युवती ने बताया कि उसने पीजीआई चंडीगढ़ से एमबीबीएस की है और दिल्ली एम्स से पीजी कर रही है। दोस्ती बढ़ने पर दोनों ने शादी का निर्णय लिया। प्रशिक्षु डीएसपी सह बेऊर थानाध्यक्ष निशांत गौरव ने बताया कि 26 जुलाई को उनका छेंका होना तय हुआ था। इसी बीच 16 जुलाई को युवक के घर में पूजा रखी गई थी। पीड़ित के निमंत्रण पर युवती भी पटना आई थी।
जांच में फर्जीवाड़ा आया सामने तन्नू प्रिया अपने साथ नकली गहने लेकर आई थी। युवती ने गहना चोरी होने की बात बता बेऊर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। युवती ने पीड़ित की मौसी पर गहना चोरी का शक जाहिर किया था। उधर दबाव में पीड़ित छह लाख की असली ज्वेलरी खरीदकर ले आए। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो असलियत सामने आ गई।
जांच में आईडी फर्जी मिली। युवती ना तो डाक्टर और ना ही उसका चयन यूपीएससी में हुआ है। फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर पुलिस ने तन्नू प्रिया उर्फ जानवी सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि युवती परिवार से अलग रहती है। उसके पिता किसान हैं। बीते तीन वर्ष से परिवार वाले उससे कोई संपर्क नहीं रख रहे थे। पुलिस को अंदेशा है कि शादी का झांसा देकर युवती कई और लोगों से भी ठगी कर चुकी है।