केरल। चेन्नई के एक कॉलेज में पढ़ने वाली लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी का जबरन धर्मांतरण किया गया है। कन्नूर की एक 22 वर्षीय युवती के पिता ने केरल हाई कोर्ट में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी बेटी का जबरन धर्मांतरण और विवाह किया गया है। याचिका में कहा गया है कि चेन्नई के SRM कॉलेज में ऑडियो और लैंग्वेज की छात्रा बेनिता ग्रेस वर्गीस आठ जून से लापता हैं।
पिता का आरोप है कि फहद नाम के शख्स ने उससे दोस्ती की थी। याचिका में कहा गया है कि एक मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए वर्गीज परिवार को पता चला कि फहाद कन्नूर के मत्तन्नूर का रहने वाला है। हालांकि, 54 साल वर्गीज अब्राहम को उस व्यक्ति का पूरा एड्रेस नहीं पता है। पिता ने दावा किया था कि उनकी बेटी उन्हें दिन में दो-तीन बार फोन करती थी लेकिन 8 जून की शाम 7:45 बजे के बाद से उसकी उनसे कोई बातचीत नहीं हुई और उसका फोन भी स्विच ऑफ है। बेटी से संपर्क नहीं होने से चिंतित पिता अब्राहम ने तुरंत चेन्नई कॉलेज के हॉस्टल के अधिकारियों से संपर्क किया, जिन्होंने उनको बताया कि वह 8 जून को छात्रावास से यह कहते हुए निकल गई थी कि वो अपने चचेरे भाई के घर जा रही है। हॉस्टल के अधिकारियों से ने बताया कि वह 8 जून 2023 को ही वहां से चली गई थी।
याचिका में इस बात का जिक्र भी किया गया है कि 9 जून की रात तकीबन 9:37 बजे, पिता को बेनिता से एक वॉयस नोट मिला था जिसमें कहा गया था कि वह एक अज्ञात व्यक्ति के साथ जा रही है। उनको जिस नंबर से वॉयस नोट भेजा गया था वह एक फहद नाम के शख्स पर रजिस्टर्ड था। बेनिता के पिता को शक है कि वह आदमी बेनिता को उसकी मर्जी के बिना मत्तन्नूर ले गया और उसके समुदाय के लोगों ने जबरदस्ती धर्म बदलवाया और उसकी मर्जी के खिलाफ उससे शादी की जाएगी। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता कुवैत में NRI है। उनकी बेटी भी कुवैत में थी लेकिन हायर एजुकेशन के लिए चेन्नई चली गई।