युवती ने जहर खाकर दी जान, कंपनी के एजेंट और कर्मियों की बदसलूकी बनी वजह
परिजनों और गांव के लोगों का कहना है कि उससे गाली-गलौज और मारपीट भी की गई।
रांची: झारखंड के चतरा में एक माइक्रो क्रेडिट नॉन बैंकिंग कंपनी के कर्मियों और एजेंटों की कथित प्रताड़ना और दुर्व्यवहार से आहत होकर एक 17 वर्षीय युवती ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि लोन की बकाया किस्त जमा करने गई लड़की के साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। उन्होंने पुलिस से इस मामले के दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
पुलिस अफसरों का कहना है कि जांच के बाद इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। घटना जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के हारा नौकाडीह गांव की है। बताया गया कि गांव की महिला शांति देवी ने कैशपोर माइक्रो केडिट नॉन बैंकिंग कंपनी से कर्ज लिया था। इसकी किस्त हर सप्ताह चुकाई जाती थी। बीते शुक्रवार को किस्त जमा करने की तारीख थी, लेकिन किसी वजह से वह रकम जमा नहीं कर पाई। अगले दिन शांति देवी की 17 वर्षीया ननद खुशबू लोन की किस्त जमा करने कंपनी के कार्यालय गई तो वहां कंपनी के एजेंट सुनील पासवान और कर्मियों ने उसे बुरी तरह अपमानित किया।
परिजनों और गांव के लोगों का कहना है कि उससे गाली-गलौज और मारपीट भी की गई। इससे वह इस कदर आहत हुई कि उसने घर लौटकर जहर खा लिया। परिजन उसे सदर अस्पताल चतरा ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे हजारीबाग रेफर कर दिया। हजारीबाग जाने के दौरान रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। लड़की की मौत की खबर मिलते ही बैंकिंग कंपनी के आरोपी कर्मी और एजेंट फरार हो गए हैं। पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी लव कुमार ने कहा है कि युवती की आत्महत्या की वजहों की जांच की जा रही है। आरोपियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।