जीईएम उत्तर प्रदेश में जिला स्तर पर क्रेता-विक्रेता कार्यशालाओं का आयोजन करेगा

Update: 2023-06-11 11:23 GMT

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नई दिल्ली: भारत का प्रमुख ऑनलाइन खरीद प्लेटफार्म गर्वमेंट-ई मार्केट प्लेस (जीईएम) कल से 31 अगस्त, 2023 तक उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में क्रेता-विक्रेता कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है। इन कार्यशालाओं का उद्देश्य जीईएम की कार्यशीलता की समझ को बढ़ाना है, साथ ही उनके किसी भी प्रश्न या चिंताओं को दूर करने के लिए मंच प्रदान करना है।
क्रेता-विक्रेता कार्यशालाएं राज्य के प्रत्येक कोने से पहुंच और भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। जीईएम उत्तर प्रदेश के दूरवर्ती जिलों में खरीदारों और विक्रेताओं को मंच के लाभों को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए आवश्यक नॉलेज तथा संसाधन प्रदान करके सशक्त बनाने में विश्वास करता है। ये कार्यशालाएं प्रश्नों का समाधान करने, मार्गदर्शन करने तथा जिला स्तर पर उपयोगकर्ताओं की कठिनाइयों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेंगी।
कार्यशालाओं में प्रतिभागियों को जीईएम की विशेषताओं, पंजीकरण प्रक्रियाओं तथा ऑनलाइन खरीद के विभिन्न पहलुओं के बारे में व्यापक प्रशिक्षण मिलेगा। जीईएम विशेषज्ञ सहायता करने तथा खरीदारों और विक्रेताओं की विशिष्ट चिंताओं को दूर करने के लिए उपलब्ध होंगे।
कार्यशालएं नेटवर्किंग के अवसरों की सुविधा भी देंगी जिससे प्रतिभागियों को संभावित भागीदारों से जुड़ने तथा व्यावसायिक सहयोग का पता लगाने में सक्षम बनाया जा सकेगा।
जीईएम उत्तर प्रदेश और पूरे देश में निर्बाध, कुशल और पारदर्शी खरीद व्यवहारों को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। ये क्रेता-विक्रेता कार्यशालाएं प्रत्येक हितधारक को सशक्त बनाने तथा डिजिटल नवाचार के माध्यम से आर्थिक विकास को प्रेरित करने के लिए जीईएम के समर्पण का प्रमाण हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में अगस्त, 2016 में परिकल्पित जीईएम ने भारत में सार्वजनिक खरीद इकोसिस्टम में क्रांति ला दी है। प्रक्रियाओं को डिजिटल बनाकर, उन्नत, एनालिटिक्स का उपयोग करके तथा सभी हितधारकों को साथ लेकर जीईएम ने सार्वजनिक खरीद में दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता को बढ़ावा दिया है। यह सफलतापूर्वक केंद्र और राज्य सरकार के विभागों, एजेंसियों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को एक साथ लाया है, जिससे देश भर में खरीदारों और विक्रेताओं के लिए समान अवसर पैदा हुए हैं।
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