सिरोही। सिरोही ब्रह्माकुमारी संस्थान के दिव्यांग सेवा प्रभाग की ओर से दिव्यांग समानता, संरक्षक एवं सशक्तिकरण अभियान के तहत मानसरोवर परिसर में समर कैंप हुआ। इसमें कर्नाटक, विजयपुर, बीजापुर से एजुकेशन व सोशल वेलफेयर सोसायटी रिहेबिलेटिशन सेंटर के बच्चों व अभिभावकों ने भाग लिया। विजयलक्ष्मी सर्वोत्तम देशपांडे के नेतृत्व में पहुंचे बच्चों ने कैंप के दौरान फुटबॉल, वॉलीबाल, क्रिकेट, सांप सीढ़ी आदि गेम्स खेले। सुबह-शाम विशेष रूप से मेडिटेशन सेशन आयोजित किए। बच्चों को मोटिवेट करते हुए वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका राजयोगिनी बीके डॉ. सविता ने कहा कि दिव्यांगता के बाद भी अपना उमंग-उत्साह बनाए रखना बड़ी बात है।
वास्तव में जिसका मन जितना सशक्त, मजबूत और शक्तिशाली है, वह सच्चे मायने में शक्तिशाली है। राजयोगिनी बीके रुक्मिणी दीदी ने समापन पर बच्चों को पुरस्कार, सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। कैंप के दौरान रोजाना बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इन्हें देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। विशेष विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रशांत देशपांडे ने बताया कि चार दिनों में बच्चों में प्रभावशाली बदलाव आया है। सबने उत्साह और लगन के साथ मेडिटेशन सत्र अटैंड किए। बच्चों को सात दिवसीय राजयोग मेडिटेशन का कोर्स कराएंगे, ताकि प्रतिभा में और निखार आ सके। कैंप के दौरान बीके रामनाथ, बीके सोमनाथ, बीके शिवानंद, बीके ज्ञानेश्वर, बीके मंजूनाथ, बीके सूर्यप्रकाश, बीके वीना बहन व बीके खुशी बहन ने विचार व्यक्त किए।