गैंगरेप केस में 20 साल की मिली सजा, पत्नी को देखने जेल से रफूचक्कर

चार निलंबित.

Update: 2024-08-09 10:53 GMT

सांकेतिक तस्वीर

प्रयागराज: प्रयागराज में पत्नी की जासूसी करने के लिए कालीचरण नैनी जेल की 25 फीट ऊंची चारदिवारी लांघकर भाग गया था। पुलिस ने उसे गुरुवार को छिवकी रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी जेल आने के बाद उससे ठीक से बात नहीं करती थी। वह मिलने भी जल्दी नहीं आती थी। उसे शक था कि उसकी पत्नी किसी और से बात करने लगी है, क्योंकि उसे 20 साल की सजा हुई है।
गौरतलब है कि महोबा जिले के पसवारा निवासी कालीचरण को महोबा पुलिस ने गैंगरेप के मामले में जेल भेजा था। इस मामले में कालीचरण को 20 वर्ष की सजा हुई। नौ मार्च को उसे महोबा से केंद्रीय कारागार नैनी भेजा गया था। 20 जुलाई की शाम नैनी केंद्रीय कारागार के जेल की दीवार फांदकर वह फरार हो गया था।
इस मामले में लापरवाही बरतने में हेड वार्डर समेत चार वार्डरों को निलंबित कर दिया था। नैनी इंस्पेक्टर वैभव सिंह, एसएसआई अरविन्द कुमार कुशवाहा, एसआई बृजेश कुमार, प्रशिक्षु एसआई हर्ष कुमार की टीम ने कालीचरण को छिवकी जंक्शन के पास से गिरफ्तार किया।
शातिर कालीचरण फरारी के दौरान मुंबई भी गया था। वह पूरी व्यवस्था कर आया था कि पत्नी के साथ मुंबई में फरारी काटेगा। पत्नी के साथ वहीं बस से जाने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन उससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया
केंद्रीय कारागार जेल से भागने के दौरान कालीचरण महिला जेल की ओर बनी दो दीवार के सहारे 25 फिट उंची चहारदीवारी पर लेट गया था। वह एक पेड़ का सहारा लेकर वहां पहुंचा था। अंधेरा होते ही पेड़ की बेल के सहारे कूदकर फरार हो गया था। जब तक वार्डर उसे खोज रहे थे, वहीं छिपा रहा। जब अफसरों को सूचना दी गई तो मौका पाकर महिला जेल की ओर बनी बाउंड्री से सड़क की ओर से कूदकर फरार हो गया। 
Tags:    

Similar News

-->