गैंगरेप पीड़िता के मौसा ने दी जान, भावुक वीडियो बनाया
मुझ से न देखा जाता और न ही सुना जाता. तीन रोज से बुरी तरह टेंशन में हूं. इन सभी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जिससे कोई ऐसा काम न करें.
जयपुर: जयपुर में गैंगरेप का शिकार हुई 10वीं क्लास के छात्रा के मौसा ने आत्महत्या कर ली. पीड़िता अपने मौसा के घर रहकर पढ़ाई करती थी. खुदकुशी से पहले मृतक एक वीडियो रिकॉर्ड कर बेटी के वॉट्सएप पर भेज गया. इस वीडियो में उसने पुलिस को संबोधित करते हुए कहा कि लड़की की हालत उससे देखी नहीं जा रही है. वह खुद परेशान हो गया है. उसे न्याय की उम्मीद है. पीड़िता इसी रिश्तेदार के घर पर काफी समय से रह रही थी.
जयपुर के मालपुरा थाना इलाके का यह मामला है. गैंगरेप पीड़ित नाबालिग के रिश्तेदार ने सोमवार रात एक बजे घर के पीछे पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक अपनी भतीजी के साथ हुई दरिंदगी से काफी आहत था. बच्ची की हालत उससे देखी नहीं जा रही थी. हालांकि, मालपुरा थाना सीआई ने तो इस मामले की जानकारी होने से ही इनकार कर कह दिया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
दरअसल, 15 तारीख को रात 11 बजे मौसा अपने घर के पीछे जाकर मोबाइल पर 2.51 मिनट की वीडियो बनाता है. इस वीडियो में वह बोलता है, ''सेवा में श्रीमान शनिवार को बोल रहा हूं कि 14 तारीख को मालपुर थाने में मामला दर्ज हुआ है. मनीष चौधरी ने 10वीं कक्षा में पढने वाली छात्रा को ब्लैकमेल करके उसे टॉर्चर किया और किसी लड़के से दोस्ती कराई. दोस्ती करवाकर उसको एसे जाल में पटक दिया कि वह आज अपनी जिंदगी से जूझ रही है. उस लड़की को न्याय मिलना चाहिए. जो भी साथ में लड़के हैं, उन सभी को सजा होनी चाहिए. मुझ से न देखा जाता और न ही सुना जाता. तीन रोज से बुरी तरह टेंशन में हूं. इन सभी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जिससे कोई ऐसा काम न करें.
कहते हैं कि बच्ची पढ़ाओ और आगे बढ़ाओ...ऐसे कैसे बढ़ेगी और कैसे पढ़ेगी बच्ची. मेरे को पढ़ना-लिखना नहीं आता. मैं ये मैसेज छोड़कर जा रहा हूं. मैंने केस दर्ज कराया. मुझसे यह सब देखा नहीं जा रहा. मेरे बस की भी नहीं है. मैं टूट चुका हूं. सभी से निवेदन हैं. समाज अध्यक्ष से भी निवेदन हैं कि मेरी बच्ची को न्याय मिले और दोषियों को सजा मिले.''
यह पूरी बात रिकॉर्ड करके उसने वीडियो अपने बेटे को भेज दिया. यह देख पूरा परिवार उसे ढूंढने निकला और जैसे-तैसे खोजबीन करके उसे लेकर घर आ गया. कुछ देर बाद पीड़िता यह रिश्तेदार घर से बाहर निकलने लगा तो छोटे बेटे ने उसे रोका. लेकिन घूमने का बहाना बनाकर वह सोमवार रात 12:15 पर घर से निकल गया. कुछ देर तक पिता के नहीं लौटने पर बेटा सर्च करने गया तो उसे पिता पेड़ से लटका मिला. जिस पर गांव में हंगामा हो गया. मृतक को साकेत अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया. रविवार सुबह मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.
जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल लांबा ने बताया कि गैंगरेप में दोनों आरोपी नाबालिग हैं. पिछले सप्ताह ही दोनों को हिरासत में ले लिया गया था. पुलिस अफसर के मुताबिक, पीड़िता के मौसा को इसकी जानकारी नहीं थी कि एक सप्ताह पहले मामला दर्ज किया गया था और एक दिन बाद ही आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया था. चूंकि आरोपी नाबालिग थे इसलिए उन्हें किशोर सुधार गृह भेज दिया गया था.