हरिद्वार: हरिद्वार में 4 नवंबर को गंगा उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस बार यह गंगा उत्सव घाटों के किनारे मनाया जा रहा है। इसमें खास बात होगी की बीएसएफ की 50 महिला जवान राफ्टिंग के जरिए हरिद्वार के चंडी घाट से गंगासागर तक जाएंगी।
कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा किया जा रहा है। 2017 से हर साल गंगा उत्सव का आयोजन गंगा नदी को 'राष्ट्रीय नदी' घोषित किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया जाता है। समूचे देश में मनाए जा रहे इस गंगा उत्सव पर्व के तहत विविध सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित होंगी। इनमें स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम विभिन्न प्रतियोगिताएं विभिन्न सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों की प्रस्तुति जैसे बड़े कार्यक्रम होंगे।
गंगा उत्सव 2024 का आयोजन राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा 4 नवंबर को हरिद्वार के चंडी घाट पर किया जा रहा है। एनएमसीजी हर वर्ष इस कार्यक्रम का आयोजन गंगा नदी को 'राष्ट्रीय नदी' घोषित किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में करता है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी के संरक्षण को बढ़ावा देना, इसकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्ता को उजागर करना और स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना है। यह कार्यक्रम का आठवां संस्करण होगा और पहली बार यह नदी के किनारे मनाया जाएगा। यह आयोजन गंगा बेसिन वाले राज्यों के 139 जिलों में जिला गंगा समितियों द्वारा भी मनाया जाएगा। इसके अलावा, प्रत्येक राज्य में एक मुख्य कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव कुमार मित्तल ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “यह आयोजन हम युवाओं में नदियों के प्रति जागरूकता पैदा करने के मकसद से कर रहे हैं, ताकि वो नदियों का सम्मान कर सके। इसके अलावा, बहुत लोग हैं, जो नदियों के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन, वो सभी गुमनाम हैं। उन्हें कोई नहीं जानता है। ऐसे में उनके प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, ताकि उन्हें एक नई पहचान मिल सके।”