गैंगरेप मामला: डॉक्टर के खिलाफ कोर्ट पहुंची पुलिस, मेडिकल टेस्ट करने से किया था इंकार

जानिए पूरा मामला

Update: 2021-07-20 12:17 GMT

मेघालय में एक चिकित्सक ने गैंगरेप की शिकार पीड़िता का मेडिकल टेस्ट करने से इनकार कर दिया। चिकित्सक का तर्क था कि जिस इलाके में यह घटना हुई वो उसके क्षेत्राधिकार में नहीं आता है। इसीलिए उन्होंने पीड़िता का इलाज नहीं किया। अब इस मामले में पुलिस ने अदालत जाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि चिकित्सक के इनकार करने की वजह से पीड़ित लड़की को मेडिकल टेस्ट कराने के लिए 75 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ी। पुलिस ने इस मामले को सरकार तथा कोर्ट तक ले जाने का फैसला किया है।

मामला साउथ गारो हिल्स जिले का है। जिले के पुलिस अधीक्षक रितुराज रवि एस ने 'The New Indian Express' से बातचीत में कहा कि 'इस मामले के दो पहलू हैं। पहला प्रशासकिय निर्णय, इसलिए हम सरकार के पास इस मामले को उठाएंगे। दूसरा पहलू कानूनी है, इसलिए हम कोर्ट का रुख कर रहे हैं। अगर अदालत कहती हैं कि चिकित्सक के द्वारा किया गया कार्य संज्ञेय अपराध है तब हम इस मामले में केस भी दर्ज करेंगे। पुलिस के मुताबिक लड़की मानसिक रुप से काफी परेशान थी। इस मामले में गैंगरेप के सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।'

जानकारी के मुताबिक गैंगरेप की घटना के बाद नॉनगलबिबरा पुलिस थाने की पुलिस ने 14 साल की पीड़िता को रेस्क्यू किया था। इसके बाद पुलिस लड़की को लेकर विलियमनगर सरकारी अस्पताल में पहुंची थी। लेकिन यहां चिकित्सक ने तर्क दिया था कि यह घटना दूसरे जिले में हुई है और वहां की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, इसलिए वो लड़की का मेडिकल टेस्ट नहीं कर सकते हैं। चिकित्सक ने अस्पताल के मेडिकल स्लिप पर लिखा कि '14 साल की एक लड़की के साथ चार लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए विलियनगर सिविल अस्पताल में लाया गया है। साउथ गारो हिल्स जिले की पुलिस को इस मामले में जांच के लिए बुलाया गया था। हालांकि, यह मामला दूसरे जिले का है इसलिए यह केस बाघमारा सिविल अस्पताल को रेफर किया जाता है।'

इसके बाद पीड़िता को विलियमनगर से करीब 75 किलोमीटर दूर स्थिति दूसरे बाघमारा सिविल अस्पताल ले जाया गया। यह जिला मुख्यालय है। इस मामले में स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि इससे पहले भी विलियमनगर अस्पताल प्रशासन ने दुष्कर्म पीड़िताओं का इलाज करने से इनकार कर दिया है। अक्सर यहां अस्पताल प्रशासन द्वारा क्षेत्राधिकार का मुद्दा बताकर इलाज से इनकार कर दिया जाता है।

Tags:    

Similar News

-->