G20 शिखर सम्मेलन: आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाएंगे दिल्ली, भाजपा से अलग होने के बाद पहली बार PM से मिलेंगे
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को दिल्ली दौरे पर रहेंगे। दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शाम में आयोजित रात्रिभोज (डिनर) में हिस्सा लेंगे। इस मौके पर जी20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष एवं अन्य विदेशी मेहमान शिरकत करने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल होंगे। पिछले साल एनडीए छोड़ने के बाद नीतीश कुमार का पीएम मोदी से जी-20 डिनर में पहली बार आमना-सामना होगा। इंडिया-भारत बहस के बीच नीतीश कुमार का इस भोज में शामिल होना अहम माना जा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जी-20 सम्मेलन के मद्देनजर 9 सितंबर को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस भोज में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। इसी आमंत्रण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली जा रहे हैं। सीएम शनिवार सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। राष्ट्रपति भवन में आयोजित रात्रि भोज में शामिल होने के बाद रविवार दोपहर को उनका पटना वापस लौटने का कार्यक्रम है। बता दें कि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी जी20 के रात्रिभोज में पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगस्त 2022 में बीजेपी का साथ छोड़कर बिहार में महागठबंधन की सरकार का गठन किया था। इसके बाद उन्होंने कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच नहीं साझा किया और ना ही पीएम की किसी बैठक में हिस्सा लिया। नीतीश के गठबंधन बदलने के बाद शनिवार को पहला मौका होगा, जब उनका सामना पीएम मोदी से होगा। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच कोई बात होगी या नहीं, इस पर संशय बरकरार है। आखिरी बार मई 2022 में दोनों नेताओं ने पटना में बिहार विधानसभा के कार्यक्रम में मंच साझा किया था।
जी20 शिखर सम्मेलन के बीच देश का नाम बदलने पर भी बहस छिड़ी हुई है। पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी किए गए जी20 डिनर के निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा गया था। साथ ही इसी महीने केंद्र सरकार ने संसद का विशेष सत्र भी बुलाया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी सरकार देश का नाम इंडिया से हटाकर सिर्फ भारत ही रखने की ओर कदम बढ़ा सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू समेत कांग्रेस, आरजेडी एवं अन्य दलों ने इस पर आपत्ति जताई है। इनका आरोप है कि विपक्षी पार्टियों के इंडिया गठबंधन से घबराकर पीएम मोदी देश का नाम बदलने जा रहे हैं।