G20 शिखर सम्मेलन, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दी बड़ी जानकारी

Update: 2023-09-09 11:49 GMT

नई दिल्ली:आखिरकार वो दिन आ गया है. भारत, G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है. आज यानी शनिवार को समिट के पहले दिन दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के दिग्गज नेता एक साथ बैठे और वैश्विक मसलों पर मंथन किया. दिल्ली में भारत मंडपम में कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यह समिट दो दिन चलेगा. एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, ऋण, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और जियोपॉलिटिकल तनाव पर चर्चा शामिल है. वहीं, भारत ने इस वर्ष के शिखर सम्मेलन की थीम 'One Earth, One Family, One Future' रखी है. सभी की निगाहें नेताओं की संयुक्त घोषणा पर हैं. 

शेरपा अमिताभ कांत ने G20 घोषणा पत्र को लेकर कहा कि सभी घोषणाएं बहुत बड़े स्तर पर प्रभावी होंगी. हमने वित्तपोषण पर हरित विकास समझौता किया है. इसके साथ ही सतत विकास लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना भी लक्ष्य है. महिला नेतृत्व वाले विकास पर ध्यान दिया जाना प्रमुख उपलब्धियों में से एक है. इसके अलावा G20 नेताओं का फोकस AI और साइबर सुरक्षा पर भी है.
जी-20 घोषणा पत्र में यूक्रेन संघर्ष को लेकर कहा गया, हमने UNSC और UNGA में अपनाए गए अपने राष्ट्रीय पदों और प्रस्तावों को दोहराया. हमारे पास बेहतर भविष्य बनाने का अवसर है, किसी भी देश को गरीबी या किसी अन्य देश से लड़ने के बीच चयन नहीं करना चाहिए. हम लैंगिक अंतर को कम करने इसके साथ ही प्रभावी महिलाओं को पूर्ण व समान रूप से बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. निर्णय-निर्माताओं के रूप में अर्थव्यवस्था में भागीदारी भी तय करने को प्रतिबद्ध हैं.
जी20 को लेकर हो रही प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, भारत की G20 अध्यक्षता ने ऐसे समाधान तैयार किए हैं जो प्रत्येक सदस्य के साथ मेल खाते हैं. और सभी के लिए शेयर किए जाने वाला पाथ सामने रखते हैं. उन्होंने कहा कि बड़े, बेहतर और अधिक प्रभावी बहुपक्षीय विकास बैंकों के लिए G20 में समझौता हुआ. G20 वित्त ट्रैक पर उन्होंने कहा कि, क्रिप्टो एसेट्स पर स्पष्ट नीतियों के लिए वैश्विक प्रयास में तेजी आई है, इसे लेकर वैश्विक सहमति उभर रही है.
एस जयशंकर ने कहा कि, यह भी तय हुआ कि 'खाद्य सुरक्षा, पोषण और प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी भूमिका पर ध्यान दें. एक भावी गठबंधन के बारे में भी विस्तार से बताया गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जी20 घोषणापत्र में परिवर्तन, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान देने के साथ प्रौद्योगिकी की समावेशी भूमिका पर प्रकाश डाला गया है. जी-20 ने भारत को विश्व के लिए तैयार करने और विश्व को भारत के लिए तैयार करने में योगदान दिया है.'
जी-20 को लेकर एस जयशंकर ने कहा, 'ग्लोबल साउथ की आवाज को व्यक्त करने के लिए 125 देशों से परामर्श किया गया. जी20 असाधारण, सामाजिक भागीदारी और हमारी संस्कृति को प्रदर्शित करने का मौका है. इसने भारत को विश्व के लिए तैयार किया. घोषणा मजबूत टिकाऊ संतुलन पर केंद्रित है, इसमें हरित विकास समझौते की परिकल्पना की गई है.
जी20 लीडर्स घोषणा पत्र की स्वीकृति पर शेरपा अमिताभ कांत ने इसे यह शांति और समृद्धि का आह्नान बताया. उन्होंने X पर कहा कि, "सभी विकासात्मक और भू-राजनीतिक मुद्दों पर 100% सर्वसम्मति के साथ ऐतिहासिक और पथप्रदर्शक जी20 घोषणा पत्र स्वीकृत हुआ. यह आज की दुनिया में ग्रहों, लोगों के बीच शांति और समृद्धि के लिए एक शक्तिशाली आह्वान है.
पीएम मोदी ने कहा कि एक अच्छी खबर मिली है, हमारी टीम की कड़ी मेहनत और सभी के सहयोग से नई दिल्ली G20 नेतृत्व घोषणा पर सहमति बन गई है. मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि नई दिल्ली जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की घोषणा पर आम सहमति बन गई है. मैं घोषणा करता हूं कि इस घोषणा को स्वीकार कर लिया गया है. मैं इसे अपनाए जाने का ऐलान करता हूं. इस अवसर पर, मैं अपने शेरपा, मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया.
#NewdelhiLeadersDeclaration निम्नलिखित पर केंद्रित है
- Strong, Sustainable, Balanced, and Inclusive Growth
- Accelerating Progress on #SDGs
- Green Development Pact for a Sustainable Future
- Multilateral Institutions for the 21st Century
- Reinvigorating Multilateralism
पीएम मोदी ने संयुक्त घोषणा को संभव बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए जी20 शेरपाओं, मंत्रियों और सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने जी-20 के दूसरे सत्र की शुरुआत से पहले धन्यवाद ज्ञापन किया. इसके बाद G-20 समिट के दूसरे सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इसमें पीएम मोदी का संबोधन जारी है. बता दें कि इस सत्र में 'वन फैमिली' पर चर्चा हो रही है. जी20 लीडर्स घोषणापत्र को मंजूरी दी गई है.
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