जमीन से लेकर आसमान तक अभेद रहती है पीएम मोदी की सुरक्षा, जानें SPG के जवान आखिर क्यों पहनते हैं काला चश्मा?
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र काशी का दौरान करने पहुंचे हैं। इस दौरान वह क्रूज से उतरकर जब काशी विश्वनाथ के लिए रवाना हुए तो रास्ते में उनका फूल बरसाकर स्वागत हुआ। इस दौरान काला चश्मा पहने बॉडीगार्ड में उनकी सुरक्षा में खड़े रहे। इन सुरक्षाकर्मियों को देखकर हमेशा हमारे दिमाग में एक बात आती है आखिर यह काला चश्मा क्यों पहनते हैं। आईए, हम आपको बताते हैं कि किन खास वजहों से सुरक्षाकर्मी काला चश्मा पहनते हैं।
ताकि आंखों की हरकत को कोई देख न सके
सुरक्षाकर्मी या बॉडीगार्ड काला चश्मा इसलिए पहनते हैं कि ताकि कोई उनकी आंखों को देख ना सके कि वह किस ओर देख रहे हैं। दरअसल, सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी के दौरान असल में कहां देख रहे हैं, इस बात को छुपाने के लिए ही काले चश्में का इस्तेमाल करते हैं।
सुरक्षा गार्डों को दी जाती है एक विशेष ट्रेनिंग
तमाम वीवीआईपी की बेहद मजबूत सुरक्षा घेरे में तैनात सुरक्षा गार्डों को एक विशेष ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें इन्हें आंखों से दिमाग की हर एक बात को पढ़ने की तरकीब सिखाई जाती है। ये लोग इस तरह से प्रशिक्षित होते हैं कि आंख और शरीर की भाषा पढ़कर आपके अगले कदम को पहले ही पढ़ सकते हैं।
खतरे से बचने के लिए पहनते हैं काला चश्मा
सुरक्षाकर्मी काला चश्मा इसलिए भी पहनते हैं ताकि धूल, बम, गोलीबारी या फिर किसी भी वजह से अगर उन्हें कठोर हालात का सामना करना पड़े तो उनकी आंखें पूरी तरह से सुरक्षित रहें सकें।
रोशनी की वजह से भी आंखों पर पड़ता है प्रभाव
धूप से बचने के लिए भी सुरक्षाकर्मी काले चश्में का इस्तेमाल करते हैं। जब धूप ज्यादा होती है तो उस दौरान आंखें ज्यादा देर तक धूप को सहन नहीं कर पाती है और जब आप बाहर से अंदर आते हैं तो आपको ज्यादा साफ नहीं दिखता है। इसी कारण से भी बॉडीगार्ड काला चश्मा पहनते हैं।