दोस्त का काटा सिर, मानव खोपड़ी से तंत्र-मंत्र कर अमीर होने के लालच में वारदात, हर कोई दंग

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Update: 2024-08-17 03:51 GMT
गाजियाबाद: गाजियाबाद के टीला मोड़ क्षेत्र में 22 जून को सड़क किनारे मिली सिर कटी लाश का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी नेपाल भाग गया। उसकी तलाश की जा रही है। तीन दोस्तों ने तंत्र-मंत्र कर मोटा पैसा कमाने के लिए गला घोंटकर हत्या के बाद सिर काटकर शव फेंक दिया था। मरने वाला युवक भी एक आरोपी के खाने की ठेली के पास ही अपनी ठेली लगाता था।
टीला मोड़ क्षेत्र में 22 जून की सुबह पंचशील कॉलोनी के पास सड़क किनारे जंगल में युवक का सिर कटा शव मिला था। इस मामले का पौने दो माह बाद खुलासा करते हुए पुलिस ने विकास उर्फ मोटा और धनंजय निवासी ताहिरपुर दिल्ली मूल निवासी मुजफ्फरपुर बिहार को गिरफ्तार किया। जबकि तीसरे आरोपी विकास उर्फ परमात्मा निवासी मोतिहारी बिहार की तलाश की जा रही है, जो नेपाल भाग चुका है। डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील ने बताया कि मरने वाले युवक की पहचान 29 वर्षीय राजू कुमार पुत्र भैरों शाह निवासी मोतिहारी बिहार के रूप में हुई है। डीसीपी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में विकास उर्फ मोटा दिल्ली में रहने वाले अपने मामा मुन्ना निवासी गोकुलधाम सोसाइटी शालीमार गार्डन का ऑटो किराए पर चलाता था। धनंजय अपने मामा रनजीत और रणधीर साहनी के पास कमला मार्केट में रहकर खाने की ठेली लगाता था और विकास उर्फ परमात्मा ई-रिक्शा चलाता था।
डीसीपी के मुताबिक पूछताछ में धनंजय ने बताया कि जब भी वह अपने इन दोस्तों के पास कमरे पर जाता था तो अक्सर ये दोनों कोई बड़ा काम कर पैसा कमाने का लालच देते थे। एक दिन पूछने पर विकास उर्फ परमात्मा ने बताया था कि मानव खोपड़ी मिल जाए तो तंत्र-मंत्र की क्रिया कर बहुत सारा पैसा कमाया जा सकता है। इसके लिए एक ऐसे व्यक्ति की तलाश करो जिसकी हत्या कर मानव खोपड़ी मिल सके और तंत्र-मंत्र की क्रिया की जा सके। उसने हमदर्द चौराहा दिल्ली से एक व्यक्ति की तलाश की। उसका आगे पीछे कोई नही था और नशा करने का आदि था। पुलिस के अनुसार धनंजय ने बताया कि तीनों राजू को नशा कराकर अपने साथ ले गए और 21 जून की रात में तीनों ने मिलकर विकास उर्फ मोटा के कमरे में योजना के मुताबिक शराब पिलाकर गमछे से गले मे फंदा लगाकर पंखे से लटका दिया। मौत होने के बाद राजू का शव छिपाने के उद्देश्य से ऑटो में रखकर पंचशील के जंगल में रोड के किनारे ले गए और ऑटो खड़ा कर शव को ऑटो से बाहर निकालकर तीनों ने छूरी से शरीर से उसकी गर्दन को काट कर अलग कर दिया। सिर को एक प्लास्टिक की बाल्टी में रखकर और शव को रोड किनारे फेंककर वापस अपने कमरे पर चले गए।
डीसीपी निमिष पाटील ने बताया कि शुरुआती छानबीन के दौरान तुलसी निकेतन में एक बहुमंजिला इमारत की आठवीं मंजिल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में ऑटो की हेड व टेल लाइट और पीछे दो ट्राईएंगल रिफ्लेक्टर दिखाई दिए थे। तभी से पुलिस सैकड़ो ऑटो चेक कर चुकी थी। ऑटो चालक विकास उर्फ मोटा के पकड़े जाने पर वारदात का खुलासा हो गया।
वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों ने जल्लाद को भी पीछे छोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने धड़ से सिर काटने के बाद उससे बाल साफ करने के साथ ही नाक काट काटे और आंखें भी अलग की।
पुलिस का कहना है कि विकास के पकड़े जाने पर हत्या का खुलासा तो हो गया , लेकिन मृतक कौन था यह उसे भी नहीं पता था। राजू को धनंजय ही अपने जाल में फंसाकर लाया था। बाद में धनंजय के पकड़े जाने पर राजू की पहचान हो सकी। वारदात के बाद से धनंजय भी फरार हो गया था। सूत्र बताते हैं कि एक आरोपी को पुलिस ने बिहार जाकर पकड़ा है।
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