पंजाब में किसान आंदोलन के कारण से हुई मालगाड़ियां रद्द, राज्य और केंद्र सरकार की लड़ाई में अब ब्लैकआउट होने का बढ़ा खतरा
किसान आंदोलन के चलते रेलवे ट्रैक और मालगाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए भारतीय रेलवे ने पंजाब आने वाली तमाम मालगाड़ियों को रद्द कर रखा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसान आंदोलन के चलते रेलवे ट्रैक और मालगाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए भारतीय रेलवे ने पंजाब आने वाली तमाम मालगाड़ियों को रद्द कर रखा है. इन मालगाड़ियों के रद्द होने की वजह से पंजाब में कई जरूरी सामान की सप्लाई के साथ ही इंडस्ट्री के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो गई है, लेकिन सबसे बड़ा खतरा बन गया है पंजाब पर ब्लैकआउट होने का.
दरअसल, पंजाब के थर्मल प्लांटों को कोयले की सप्लाई दूसरे राज्यों से होती है और कोयला लेकर मालगाड़ियां ही पंजाब पहुंचती हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से मालगाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है. हालांकि किसान संगठन ये कह चुके हैं कि वो रेलवे ट्रैक पर तभी प्रदर्शन करेंगे जब यात्री गाड़ियों को वहां से गुजारा जाएगा, जबकि माल गाड़ियों को चलने से नहीं रोका जाएगा.
बावजूद इसके केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार से कहा है कि अगर वो मालगाड़ियों और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा की गारंटी लेते हैं, तभी मालगाड़ियों को पंजाब के लिए रवाना किया जाएगा. पंजाब और केंद्र सरकार की इस लड़ाई में अब पंजाब पर ब्लैकआउट होने का खतरा बढ़ गया है.
क्या है ताजा स्थिति
बठिंडा के तलवंडी साबो का पंजाब का सबसे बड़ा थर्मल प्लांट 2,000 मेगावाट बिजली तैयार करता है. पटियाला के नाभा का एक और बड़ा थर्मल प्लांट 1,400 मेगावाट बिजली तैयार करता है. जबकि तीन छोटे और थर्मल प्लांट है जो कि पंजाब में बिजली की कमी नहीं होने देते.