नई दिल्ली: देवरिया जिले के पिपरा बघेल क्षेत्र में आयोजित फ्री मेडिकल कैम्प में श्रीलंका के सड़क परिवहन, सूचना प्रसारण मंत्री एवं प्रवक्ता डॉ. बंदूला गुणवरदने पहुंचे। दरअसल, राजेश सिंह दयाल फाउंडेशन के निदेशक राजेश सिंह दयाल द्वारा पिपरा बघेल गांव में एक मेगा फ्री मेडिकल कैंप लगवाया गया, जहां हजारों की संख्या में लोग चिकित्सीय परामर्श हेतु आसपास के इलाकों जैसे राजपुर, भुगतपुरा, सिरसिया पवार, भवानी छापर आदि से उपस्थित रहे। इन इलाकों से अपना इलाज कराने पहुंचे लोगों का मुफ्त में दवा, इलाज जांच कराई जा रही है। वहीं, लोग इस इलाज और जांच से काफी खुश नजर आ रहे हैं।
लोगों का कहना है कि इस तरह का एवं इतना सुविधाजनक मेडिकल कैम्प हम लोगों ने कभी नहीं देखा, हमारे क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है कि इस मेडिकल कैम्प में लखनऊ के जाने-माने चंदन अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर आकर इलाज कर रहे हैं। वहीं, सलेमपुर में हुए पिछले कैम्प के कई मरीज़ों ने संतुष्टि जताते हुए इस कैम्प में दुबारा आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके साथ ही मुफ्त दवा, मुफ्त जांच एवं मुफ्त इलाज का लाभ लिया।
इस कैम्प में श्रीलंका के सड़क परिवहन, सूचना प्रसारण मंत्री एवं प्रवक्ता डॉ. बंदूला गुणवरदने अपनी पत्नी के साथ देवरिया जिले के पिपरा बघेल गांव में पहुंचे। जहां राजेश सिंह दयाल फाउंडेशन द्वारा लगाए जा रहे मेडिकल कैंप का उद्घाटन किया। श्रीलंका के मंत्री के पहुंचने पर लोगों ने जमकर स्वागत किया। इस दौरान श्रीलंका के मंत्री ने मेडिकल कैंप को भी देखा। श्रीलंका के मंत्री डॉ. बंदूला ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री अच्छे हैं और श्रीलंका से उनके अच्छे संबंध हैं। इस दौरान अयोध्या को भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बताया।
मंत्री डॉ. बंदूला ने राजेश सिंह दयाल की समाज के प्रति सच्ची निष्ठा, समर्पण एवं त्याग की सराहना की। साथ ही उनको सलेमपुर क्षेत्र के मसीहा के तौर पर संबोधित किया। राजेश सिंह दयाल ने भावुक होकर उत्तरपट्टी पिपरा बघेल के लोगों द्वारा दिए गए सम्मान और प्रेम को मंच से सराहा एवं निरंतर समाज की बेहतरी के लिए प्रयासरत रहने का आश्वासन दिया। क्षेत्र के कई सम्मानित महानुभावों का सम्मान राजेश सिंह दयाल एवं डॉ. बंदूला द्वारा मंच पर स्मृति चिन्ह एवं शॉल देकर किया गया। जिनमें हरिचरण कुशवाहा, क्षेत्रीय मंत्री भाजपा, विनय कुमार पांडेय, अभय कुमार द्विवेदी, राघवेंद्र प्रताप सिंह, राधेश्याम यादव, वशिष्ठ सिंह, तेज प्रताप सिंह, बब्बन सिंह, सुनील सिंह, प्रधानाचार्य, भीष्म सिंह इंटरमीडिएट कॉलेज, पार्थ सिंह, छोटू सिंह, रविन्दर सिंह आदि रहे।
इसके पश्चात डॉ. बंदूला अपनी पत्नी एवं राजेश सिंह दयाल के साथ पूरे कैंप का निरीक्षण करने निकले एवं आश्चर्यचकित होकर कहा कि इतना व्यवस्थित मेडिकल कैंप उन्होंने अपने जीवनकाल में प्रथम बार देखा है।