पुलिस से ठगी, फर्जी दस्तावेज दिखाकर फरार हुए ठगबाज

जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2023-06-03 12:55 GMT
उत्तराखंड। उधमसिंह नगर के काशीपुर में वाहन रिलीज कराने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर सीज डंपर को पुलिस चौकी से छुड़ाने वाले दो शातिर खनन माफियाओं को पुलिस ने लंबी जद्दोजहद के बाद मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर जरूरी पूछताछ के बाद अभियुक्तों को कोर्ट के समक्ष पेश कर दिया। वर्ष 2022 की 9 अप्रैल को वन क्षेत्राधिकारी द्वारा एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया जिसमें वादी ने पुलिस को बताया कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे रॉयल्टी आदि तैयार कर कुछ लोगों ने अनियमितताओं के आरोप में एक सीज डंपर को छूटाकर ले गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत करते हुए जब विवेचना शुरू की तो इरफान तथा उस्मान के नाम प्रकाश में आए। इस दौरान कानून को चकमा देकर दोनों लगातार फरार चल रहे थे।
वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी के निर्देश पर गठित पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे कुंडेश्वरी चौकी इंचार्ज विनोद जोशी ने मुखबिर की सूचना पर दोनों को घर से दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की कड़ी पूछताछ मे पकड़े गए इरफान ने बताया कि साथी उस्मान के साथ मिलकर वह पार्टनरशिप में खनन का कार्य करता है। पुलिस ने जब उसका डंपर पकड़ कर सीज करते हुए रिपोर्ट वन विभाग को भेज दी तो वाहन छुड़ाने में अत्यधिक खर्च आने लगा। इरफान ने बताया कि इस मुश्किल से छुटकारा पाने के लिए उसके दिमाग में फर्जी राइल की तैयार करने का आईडिया आया। उसने पार्टनर उस्मान के साथ मिलकर फर्जी वाहन रिलीज करने के दस्तावेज तैयार कर आए और पुलिस के चुंगल से डंपर छुटाकर भाग निकला। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि शातिर दिमाग बदमाशों की अभी और कुंडली खंगाली जा रही है।
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