गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर नौकरी पाने की कोशिश करने वाले उत्तर प्रदेश के एक सिविल इंजीनियर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी का नाम रॉबिन उपाध्याय है। वह मेरठ का निवासी है। आरोप है कि कथित तौर पर उसने खुद को गृह मंत्री अमित शाह का ओएसडी बनकर गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में नियुक्त कराने की कोशिश की थी।
इसके लिए उसने गंगा एक्सप्रेस का निर्माण करा रही कंपनी के एक अधिकारी को उसके व्यक्तिगत ईमेल पर मेल भी भेजा था। इसका खुलासा तब हुआ जब कंपनी के अधिकारी अक्षत शर्मा ने नई दिल्ली के साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उनको अपनी आधिकारिक आईडी पर एक फर्जी ईमेल पते से एक ईमेल प्राप्त हुआ है। ईमेल में अपना नाम राजीव कुमार बताने वाले शख्स ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का ओएसडी बताया है। साथ ही उसने गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के सीनियर एसोसिएट वाईस प्रेजिडेंट और प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर रॉबिन उपाध्याय को नियुक्त करने के लिए कहा।
अक्षत की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि जांच में ईमेल करने वाली आईडी rajeev.osd.mha@gmail.com को फर्जी पाया गया। उसे लोगों को धोखा देने के उद्देश्य से ही बनाया गया है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) हेमंत तिवारी ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईमेल खाते के फर्जी पाए जाने के बाद पुलिस ने मुख्य संदिग्ध रॉबिन उपाध्याय पर फोकस करते हुए जांच शुरू की। संदिग्ध का पता लगने के बाद शुरुआती पूछताछ के आधार पर उसे शनिवार शाम को मेरठ में उसके घर से हिरासत में लिया गया और बाद में उसकी गिरफ्तारी की गई।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के बाद रॉबिन ने खुलासा किया कि सिविल इंजीनियर होने के नाते उसके पास सिविल निर्माण परियोजनाओं में काफी अनुभव था। ऐसे में नौकरी पाने के लिए उसने ये फर्जीवाड़ा किया।