कोलकाता। किडनी डोनेशन (kidney ) के नाम पर कोलकाता के एक परिवारों को लाखों रुपये का चूना (Kolkata Fraud Case) लगाने का मामला सामने आया है. परिवार वालों ने विज्ञापन देखकर संपर्क किया. पहले फोन पर बात की, फिर अपने घर में रखा. आरोपी ने किडनी दान के नाम पर विश्वास और सहानुभूति भी हासिल की. शब्दों के जाल में फंसा लाख रुपए लेकर फरार हो गया. घटना लेकटाउन (Lake Town Police) में एक संभ्रांत परिवार में घटी है. लेकटाउन पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अजीजुल शेख को उत्तर प्रदेश के बलिया से गिरफ्तार किया गया है. उसे ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया गया है. आरोपी को बुधवार को बिधाननगर अनुमंडल न्यायालय में पेश किया जाएगा. पुलिस अदालत ने पुलिस हिरासत में लेने की अपील करेगी.
पुलिस फिलहाल लेकटाउन के परिवार से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि लेकटाउन के नेचुरल रेजीडेंसी निवासी अमित कुमार मोदी नाम के एक शख्स ने इस साल 22 जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. उनके बयान के अनुसार, घर से 1.5 लाख रुपये नकद, एक क्रेडिट कार्ड और एक डेबिट कार्ड खो गया है. लेकटाउन पुलिस आरोपों के आधार पर जांच कर रही है. शुरुआत में पुलिस को पता चला कि अमित कुमार मोदी ने हाल ही में 'आई वांट ए किडनी' नाम के अखबार में एक विज्ञापन दिया था. 6 जनवरी को एक व्यक्ति ने विज्ञापन देखकर उनसे संपर्क किया. उस व्यक्ति ने अपना परिचय अज़ीज़ुल शेख के रूप में दिया. उन्होंने कहा कि वह स्वेच्छा से किडनी दान करना चाहता है. उन्होंने सबसे पहले अखबार में विज्ञापन का फोन नंबर देखा और अमित कुमार से संपर्क किया. फिर वह आया. किडनी डोनेशन को लेकर अमित कुमार के परिवार वालों ने अजीजुल से शुरुआती बातचीत की. इसे लेकर वह कई बार घर आ चुका है. किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सभी तरह के दस्तावेज तैयार करने होते हैं. अजीजुल आखिरी बार अमित कुमार के घर 21 जनवरी को आया था.
अमित कुमार के बयान के मुताबिक, 22 जनवरी को उन्होंने देखा कि फ्लैट से पैसे गायब हो गेय हैं. इसके बाद वह थाने पहुंचे. लेकटाउन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. अमित कुमार ने पुलिस को अजीजुल की सूचना दी. जांच के दौरान पुलिस ने अजीजुल का फोन नंबर ट्रैक किया. आरोपी को इसी महीने की 8 तारीख को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से गिरफ्तार किया गया. उसे अदालत में पेश किया गया और तीन दिन के ट्रांजिट में मंगलवार को कोलकाता लाया गया. उसे बुधवार को बिधाननगर कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस उसे अपनी हिरासत में लेने का अनुरोध करेगी.