भारत में आएगी कोरोना की चौथी लहर, क्या फिर लगेगा लॉकडाउन? आ गई बड़ी खबर

Update: 2022-04-28 03:52 GMT

Coronavirus Good News: देश में एक ओर जहां कोरोना मामलों में इजाफा हो रहा है, वहीं दूसरी ओर कोरोना से जुड़ी एक पॉजिटिव न्यूज सामने आई है. INSACOG ने कहा है कि भारत में कोविड के रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट बहुत कम पाए गए हैं. इनमें से किसी वेरिएंट ने भी स्थानीय रूप से या बढ़ा हुआ संक्रमण नहीं दिखाया है, न ही गंभीर बीमारी का कोई मामला सामने आया है जिसमें मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ हो.

भारत में कोविड के रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट बहुत कम
इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टिया (INSACOG) ने बुधवार को कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि भारत में कोविड के रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट बहुत कम पाए गए हैं. बुधवार को प्रकाशित 18 अप्रैल के अपने साप्ताहिक बुलेटिन में INSACOG ने कहा, 'जीनोम सीक्वेंसिंग विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि भारत में कोविड के रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट बहुत कम पाए गए हैं. अब तक किसी ने भी एक व्यक्ति से दूसरे में संचरित होने के मामले बढ़ने या गंभीर बीमारी या अस्पताल में भर्ती होने से संबंधित सूचना नहीं दी.'
रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट पर रखी जा रही है बारीकी से नजर
INSACOG ने कहा कि संदिग्ध रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट से संक्रमण की घटनाओं की बारीकी से निगरानी की जा रही है. नए कोविड-19 मामलों की संख्या में लगातार दूसरे सप्ताह कमी आई है, जिसमें सप्ताह के दौरान 16 प्रतिशत की गिरावट आई है. वहीं वैश्विक कोविड मामलों में भी पिछले सप्ताह की तुलना में नई मौतों की संख्या में भी कमी आई है.
XE और XD के रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट पर कड़ी नजर
INSACOG ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य पर दो रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट- XE और XD की दुनिया भर में बारीकी से निगरानी की जा रही है. XD, जिसमें एक डेल्टा जीनोम में शामिल एक ओमिक्रॉन S जीन है. ये मुख्य रूप से फ्रांस में पाया जाता है.
BA.1 और BA.2 का रिकॉम्बिनेंट है XE
INSACOG ने कहा, XE, BA.1 और BA.2 का रिकॉम्बिनेंट है, जिसमें BA.2 से संबंधित एस जीन सहित ज्यादातर जीनोम हैं. XE थोड़ा ज्यादा तेजी से फैलता है. XE भी BA.2 के ऊपर तेजी से बढ़ता है। हालांकि, इस खोज के लिए और पुष्टि की जरूरत है.'
INSACOG करता है ये काम
बता दें कि INSACOG भारत में एंट्री वाली जगहों जैसे एयरपोर्ट्स पर अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के सैंपल्स की सीक्वेसिंग के माध्यम से देशभर में SARS-CoV-2 की जीनोमिक निगरानी करता है. INSACOG द्वारा 8 अप्रैल तक कुल 2,05,807 सैंपल्स की सीक्वेसिंग की गई है. वहीं अब तक कुल 2,04,697 सैंपल्स की सीक्वेसिंग का विश्लेषण किया गया है.


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