जमीन में गढ़े खजाने की कई किस्से कहानियां तो आपने सुनी होगी लेकिन सच में खजाना हाथ लग जाये तो आप उसे क्या कहेंगे.. अचानक आपके पास खजाना निकलने की जानकारी लग जाये तो यकीनन उसे पाने की हसरत जरूर होगी. ऐसे ही एक खजाने की अफवाह तेजी से फैली जिसे खोजने में पूरा गांव जुट गया है.
मामला नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा के पास झांझन खेड़ा गांव का है जहां उस समय सनसनी फैल गई जब पता चला की खुदाई के दौरान खजाना निकल आया है. आननफानन में पूरा का पूरा गांव उस जगह खजाने की खोज में दौड़ पड़ा.
दरअसल, गाडरवारा के पास झांझन खेड़ा गांव मे शासकीय गौशाला का निर्माण हो रहा है जिसके लिये खुदाई और निर्माण का काम चल रहा है. उसी को लेकर पास ही में जेसीबी मशीन से मिट्टी खुदाई की जा रही थी और मलबा ट्रैक्टर ट्रॉली से लाकर गौशाला में लाया जा रहा था.
इस दौरान एक मजदूर की मिट्टी पर नजर गई तो उसे सिक्के नजर आए. गांव मे ये बात आग की तरह फैल गई और गांव के लोग खजाने की तलाश में निकल पड़े.
पहले गोशाला में पड़ी मिट्टी को खोदा गया और उसे पानी से धोकर सिक्के खोजे जाने लगे. फिर जहां जेसीबी मशीन से मिट्टी की खुदाई चल रही थी, वहां भी लोग खजाने की तलाश में जुट गए.
सूत्रों की मानें तो गांव के कई लोगों को पुरातन सिक्के भी मिले हैं. जिसके हाथ जितने सिक्के लगे, वो लेकर निकल गया. जैसे ही खजाने की बात प्रशासन तक पहुंची तो प्रशासन भी दल बल के साथ गांव में पहुंच गया और मुनादी कर दी. साथ ही लोगों से ऐतिहासिक सिक्के जमा करने की कोशिश शुरू कर दी है.
सोशल मीडिया पर सिक्कों की तस्वीरों पर जब पता करने का प्रयास किया तो फौरी तौर पर इन सिक्कों का संबंध मुगलकालीन मुद्रा से बताया जा रहा है. ये सिक्के कितने पुराने हैं, किस शासक के जमाने के हैं और इस इलाके से कैसे पहुंचे, यह इतिहासकारो की जांच के बाद ही सामने आ पाएगा.