पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का दावा...3 साल पहले ही बता दिया था देश में आएगा ब्लैक फंगस, जाने विस्तार से
सुल्तानपुर. उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर अपने चार दिवसीय दौरे पर पहुंची बीजेपी सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी (Menka Gandhi) ने कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) को लेकर बड़ा बयान दिया है. व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद मेनका ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए दावा किया कि उन्होंने तीन साल पहले ही बता दिया था कि भारत में ब्लैक और वॉइट फंगस (Black and white fungus) आएगा.
सांसद गांधी ने अपने दौरे के दूसरे दिन कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर वह जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचीं. उन्होंने माइनॉरिटी वर्ग तंज कसा. उन्होंने कहा कि पोलियो के समय में माइनॉरिटी के जो गांव हैं. उन्होंने वैक्सीन लेने से मना किया था, इसलिए जो 4 साल में हो सकता था वो खिंचता गया. यही हाल कोरोना वैक्सीन को लेकर है.
मेनका गांधी ने पत्रकारों से कहा कि फिलहाल यहां (सुलतानपुर) ब्लैक फंगस के केस नहीं हैं. यह बहुत खतरनाक चीज है. उन्होंने दावा किया, 'इसके बारे में मैंने तीन साल पहले लिखा भी था कि यह भारत में आएगा और अब तो आ गया. मेरी राय है कि जिस कमरे में गलती से आ जाए तो उस कमरे को टार्च करने की जरूरत है.' वहीं कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर मेनका ने पल्स पोलियो का हवाला देते हुए विशेष समुदाय पर तंज कसा.
उन्होंने कहा, 'पोलियो के समय में माइनॉरिटी के जो गांव हैं उन्होंने वैक्सीन लेने से मना किया था, इसलिए जो 4 साल में हो सकता था, वो खिंचता गया. यही हाल कोरोना वैक्सीन को लेकर है.' मेनका गांधी ने आगे कहा कि सबको समझना चाहिए कि इस बीमारी की न कोई जाति है, न कोई क्लास. यह सबको हो जाएगी, जिसने भी वैक्सीनेशन में देर कर दी.
मेनका गांधी ने कोरोना की तीसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को लेकर डीएम रवीश गुप्ता, सीएमओ और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ जिला अस्पताल में समीक्षा बैठक की. इस दौरान मेनका गांधी ने जिला अस्पताल में लगे ऑक्सिजन प्लांट और बच्चों के वार्ड का निरीक्षण किया. मेनका गांधी ने अस्पताल के डॉक्टरों और सीएमओ से ब्लैक फंगस और वाइट फंगस की बीमारी पर भी चर्चा की.
कोविड के दौरान जिला अस्पताल में ड्यूटी न करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया. मेनका गांधी ने बताया कि जिला अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी तैयारी पूरी है। बच्चों के लिए विशेष रूप से एक हाईटेक वार्ड बना दिया गया है.