बिहार। पाटलिपुत्र थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों चेन लुटेरे बेहद शातिर व हाईप्रोफाइल निकले। पुलिस के मुताबिक पांच माह पूर्व बेगूसराय के एक पूर्व विधायक के लुटेरे बेटे राकेश राज से बेंगलुरू के इंजीनियरिंग छात्र निखिल राज की दोस्ती पटना में हुई थी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच निखिल बेंगलुरू से पटना आ गया था और शास्त्रीनगर में एक किराए के मकान में रह रहा था। यहीं पर पूर्व विधायक के बेटे से उसकी दोस्ती हुई। दोनों साथ मिलकर चेन व मोबाइल लूटते थे। पटना में उनके द्वारा पाटलिपुत्र, शास्त्रीनगर, एसकेपुरी व राजीवनगर में चेन लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया गया था लेकिन ये दोनों पहली बार पकड़े गए। पाटलिपुत्र थानाप्रभारी एसके शाही ने बताया कि दोनों के बारे में गहन जांच की जाएगी। ताकि उनके बारे में हकीकत का और पता चल सके। वहीं पूछताछ के बाद केस दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया।
पाटलिपुत्र थाना प्रभारी एसके शाही ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों कभी कुछ बता रहे थे, तो कभी कुछ। कई बार दोनों ने पुलिस को चकमा देने की कोशिश भी की। जब सख्ती बरती गई तो दोनों ने कई चौंकाने वाली जानकारी दी। बताया कि पिछले पांच माह से वह पटना में रहकर चेन व मोबाइल झपटते थे। लूटी गई चेन व मोबाइल को बेचकर मिले रुपयों से वह ब्रांडेड कपड़े व महंगे जूते पहनते थे। बड़े होटलों में ठहरना व खाना पीना कर दोनों मौज-मस्ती भी किया करते थे। उनके कब्जे से मिली बाइक भी महंगी है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि दोनों के कब्जे से जब्त बाइक चोरी की है या नहीं।
दरअसल, शनिवार को पीएंड मॉल के समीप से गुजर रहे दीपक कुमार से मोबाइल झपटकर दोनों भाग रहे थे। इस दौरान बाइक के पीछे बैठे इंजीनियरिंग छात्र निखिल कुमार को पीड़ित दीपक कुमार ने ही पकड़ लिया था। इसके बाद शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने बाइक से भाग रहे राकेश राज को धर-दबोचा। इसके बाद भीड़ ने दोनों की जमकर धुनाई की। बाद में दोनों को पाटलिपुत्र थाने की पुलिस के हवाले कर दिया।