पूर्व IPS किरण बेदी ने अपनी टिप्पणी पर जताया खेद, सिखों पर दिया था मजाकिया बयान

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Update: 2022-06-14 15:11 GMT

पुडुचेरी की पूर्व राज्यपाल और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी विवादों में आ गई हैं. उन्होंने एक किताब के विमोचन कार्यक्रम में सरदार को लेकर मजाकिया अंदाज में टिप्पणी की है. बाद में विवाद बढ़ा तो बेदी ने बयान को लेकर सोशल मीडिया पर सफाई दी है. बेदी ने कहा कि मैं अपने धर्म में बेहद आस्था रखती हूं.

दरअसल, चेन्नई में 'फियरलेस गवर्नेंस' (निर्भीक प्रशासन) पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम था. इसमें शामिल होने के लिए किरण बेदी भी पहुंची थीं. उन्होंने कार्यक्रम शुरू होने से पहले मजाक में एक टिप्पणी की. उन्होंने कहा- 'अभी बजे हैं- पूरे 20 मिनट कम 12. यहां अभी कोई सरदार जी नहीं हैं.'
इस बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिस पर कांग्रेस समेत आम आदमी पार्टी ने ऐतराज जताया और बेदी से माफी मांगने की अपील की.
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा बराड ने कहा कि एक समुदाय पर मजाक करना स्तब्ध करने वाला और शर्मनाक है, वो भी तब- जब आप खुद पंजाबी हों. सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगनी चाहिए. या हम समझेंगे कि बीजेपी ने अपने नेताओं को विशेष कार्य सौंपा है.
आम आदमी पार्टी के नेता और विधायक जनरैल सिंह ने वीडियो ट्वीट किया और लिखा- जब मुगल भारत को लूट कर, बहन, बेटियों को अगवा कर ले जा रहे होते थे, तब सिख ही उनसे डटकर लड़ते और बहन-बेटियों की रक्षा करते थे. मुगलों पर हमला करने का समय 12 बजे था. ये है 12 बजे का इतिहास. शर्म आनी चाहिए भाजपा के छोटी सोच वाले नेताओं को जो उस एहसान का बदले सिखों का मजाक उड़ाते हैं.
जनरैल सिंह ने एक अन्य ट्वीट में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सिखों का कुल योगदान गिनाया. उन्होंने कहा कि फांसी पर लटकाए गए 121 देशभक्तों में से 93 सिख थे. 2626 को आजीवन कारावास की सजा हुई, इसमें 2147 सिख थे.
वहीं, विवाद बढ़ने पर किरण बेदी ने सिलसिलेवार दो ट्वीट किए और सफाई दी. उन्होंने कहा कि मैं अपने समुदाय का सबसे ज्यादा सम्मान करती हूं. मैं बाबा नानक देव जी की भक्त हूं. मैंने जो भी दर्शकों से कहा (क्योंकि मैं भी वहां हूं), उसे कृपया गलत ना समझा जाए. मैं इसके लिए क्षमा चाहती हूं. मैं आखिरी व्यक्ति हूं जिसने किसी को चोट पहुंचाई. मैं सेवा और दया में विश्वास रखती हूं.
किरण बेदी ने आगे कहा कि मैंने उसी सुबह पाठ और सेवा की. मैं एक भक्त हूं. मैं हर समय बाबा का आशीर्वाद चाहती हूं. मैंने दिन की शुरुआत पाथ इन हाउस से की. कृपया मेरी मंशा पर संदेह ना करें. बेदी ने कहा कि अपने समुदाय और मेरी आस्था के लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान और प्रशंसा है.
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