पूर्व सीएम पलानीस्वामी का निजी सहायक गिरफ्तार, सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगी का आरोप
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के राजनीतिक सहायक को तमिलनाडु पुलिस की अपराध शाखा ने रविवार को गिरफ्तार किया
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के राजनीतिक सहायक को तमिलनाडु पुलिस की अपराध शाखा ने रविवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उन्हें एक युवक को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मामले को लेकर पुलिस ने जानकारी दी है कि जी. मणि ने अन्नाद्रमुक के एक अन्य पदाधिकारी के. सेल्वाकुमार के साथ मिलकर नेवेली के निवासी तमिल सेलवन को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करके 17 लाख रुपये लिए।
सेलवन को धमकी दी
हालांकि, मणि और सेल्वाकुमार इस व्यक्ति को वादे के मुताबिक सरकारी नौकरी दिलाने में विफल रहे। इसके बाद तमिल सेल्वन ने इनसे पैसे वापस करने की मांग की। दोनों ने शख्स को 4 लाख रुपये वापस कर दिए। उन्होंने तमिल सेलवन को धमकी दी कि अगर उसने शेष राशि मांगी तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके सेलवन ने पुलिस से संपर्क किया इसकी शिकायत की।
धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज
अक्टूबर 2021 में सेलम पुलिस द्वारा मणि और सेल्वाकुमार दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया। इसके बाद से दोनों अंडरग्राउंड हो गए। मणि को सलेम के पास ओमलूर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया, जबकि सेल्वाकुमार अभी भी फरार बताया जा कहा है। सलेम जिले की पुलिस अपराध शाखा के अधिकारियों ने समाचार एजेंसी आइएएनएस को बताया कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या दोनों ने सरकारी नौकरी का वादा करके अन्य लोगों से भी पैसे लिए हैं।
अग्रिम जमानत की याचिका खारिज
मणि ने अग्रिम जमानत के लिए जिला अदालत का दरवाजा खटखटाया था, जिसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की। कोर्ट ने भी याचिका को खारिज कर दी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने सूचना मिली कि मणि ओमलूर के पास नादुपट्टी में अपने घर में है। इसके बाद वे वहां पहुंचे और तड़के उन्हें गिरफ्तार कर लिया।