बेंगलुरु: कावेरी विवाद पर आंदोलन कर रहे लोगों की गिरफ्तारी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्हें तमिलनाडु में द्रमुक सरकार की बी-टीम बताया।
एचडी कुमारस्वामी ने पत्रकारों से बात करते हुए तमिलनाडु को कावेरी का पानी छोड़े जाने की निंदा करते हुए राज्य में विरोध प्रदर्शन कर रहे संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना की।
कुमारस्वामी ने पूछा, "क्या यह कर्नाटक के लोगों की सरकार है, या तमिलनाडु द्रमुक सरकार और मुख्यमंत्री एमके. स्टालिन के लिए काम कर रही है? कर्नाटक के लोगों ने किसे वोट दिया?" जिन कार्यकर्ताओं और किसानों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। बिना और समय बर्बाद किए तमिलनाडु को पानी छोड़ना बंद किया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक के लोग स्पष्ट रूप से समझ गए हैं कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार के साथ कांग्रेस पार्टी के बीच मौन सहमति के कारण ही राज्य कावेरी संकट से गुजर रहा है। कुमारस्वामी ने सवाल किया कि यदि कांग्रेस नेता सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए कोविड महामारी के चरम पर मेकेदातु परियोजना की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाल सकते हैं, तो क्या कर्नाटक के लोग कावेरी नदी के लिए विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकते, जो उनकी जीवन रेखा है?
देर रात बंद का आह्वान करने वाले प्रमुख नेताओं की गिरफ्तारी कांग्रेस सरकार की नीचता की पराकाष्ठा है। कुमारस्वामी ने यह भी घोषणा की कि वह कावेरी बंद को पूरा समर्थन दे रहे हैं। विरोध शांतिपूर्ण हो और बंद सफल हो। जद (एस) कार्यकर्ता भी बंद में सक्रिय रूप से भाग लेंगे।