कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्जी का सोमवार को सीटी स्कैन कराया गया। कोलकाता के निजी अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। सूत्रों ने बताया कि सीटी स्कैन की विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही मेडिकल बोर्ड आगे कोई फैसला करेगा। सीटी स्कैन रिपोर्ट से मेडिकल बोर्ड यह पता लगा सकेगा कि उनके फेफड़ों में कितना संक्रमण है।
हालांकि, सोमवार सुबह तक उनकी चिकित्सीय स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ था। निमोनिया से प्रभावित होने के कारण उन्हें इनवेसिव वेंटिलेटर पर रखा गया है। बाइलैटरल निमोनिया को नियंत्रण में रखने के लिए उन्हें एंटीबायोटिक्स की खुराक दी जा रही है। हालांकि, उनका बल्ड प्रेशर स्तर कमोबेश स्थिर है। कई बार तो वह कॉल का जवाब भी दे रहे हैं और अपनी आंखें भी झपका रहे हैं। वह लिक्विड डायट पर हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता कुणाल घोष द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट ने राज्य के राजनीतिक हलकों में विवाद पैदा कर दिया है। घोष ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मैं भी चाहता हूं कि बुद्धदेव भट्टाचार्जी जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। लेकिन सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से उन्हें एक महान व्यक्ति के रूप में चित्रित करने का प्रयास न करें। उनके और उनकी पार्टी सीपीआई (एम) के अहंकार के कारण कई नुकसान हुए हैं।"
उनकी टिप्पणियों की भाजपा समेत सभी विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है। इसके बावजूद घोष ने एक और सोशल मीडिया पोस्ट किया जहां उन्होंने दावा किया कि उन्होंने जो कहा उसमें कुछ भी गलत नहीं था। घोष ने कहा, “जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पैर में चोट लगी थी, तो यह सीपीआई (एम) और भाजपा जैसी पार्टी ही थी जिसने उनका उपहास किया था। लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार भट्टाचार्जी की स्वास्थ्य स्थितियों और उपचार के बारे में पूछताछ कर रही हैं।”