AIIMS का पूर्व डॉक्टर नकली ED अफसर बन कर रहा था ठगी, पुलिस ने ऐसे दबोचा

एक बड़े नेता का भाई बताया जा रहा है.

Update: 2021-08-29 11:08 GMT

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने ईडी का अफसर बनकर लोगों से ठगी करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों को संसद मार्ग थाने के बाहर से गिरफ्तार किया गया है. इस गैंग का मास्टरमाइंड डॉक्टर संतोष राय है, जो बनारस के एक बड़े नेता का भाई बताया जा रहा है. संतोष के खिलाफ 50 से ज्यादा ठगी के मामले भी दर्ज हैं. वह एम्स का डॉक्टर भी रह चुका है.

दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि मौजपुर के रहने वाले मोहम्मद रफीक जो कि कस्टम क्लीयरेंस का काम करते हैं उनके पास कई लोग फोन करके खुद को ईडी का अधिकारी बताकर 50 लाख रुपये की मांग कर रहे थे. फोन करने वाले स्पूफिंग के जरिए मेल भी भेज रहे थे, जिससे रफीक को लगे कि ये फोन ईडी के दफ्तर से आ रहे हैं.
रफीक ने मामले की शिकायत पुलिस से की. क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. रफीक को फोन करके फर्जी ईडी अफसरों ने कहा कि वह बताए हुए एक वकील से मिल ले. रफीक वकील से मिला. डील पक्की हो गई. इसके मुताबिक, रफीक को 26 अगस्त को फर्जी ईडी अफसरों को 22 लाख रुपये देने थे. आरोपियों ने मोहम्मद रफीक को संसद मार्ग थाने के सामने पैसे देने के लिए बुलाया.
यहां क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विवेकानंद झा और सब इंस्पेक्टर संजय गुप्ता की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी संतोष रॉय और भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया. भूपेंद्र नाम का आरोपी फर्जी वकील है. दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनके दो और साथी हैं. इसके बाद पुलिस ने अफजाल और कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया. हैरानी की बात यह है कि ये दोनों रफीक के पड़ोसी हैं.
पुलिस के मुताबिक, संतोष राय वाराणसी का रहने वाला है और एक शातिर ठग है. संतोष पर कई राज्यों में ठगी के 50 से ज्यादा केस दर्ज हैं. संतोष ने 1997 में एमबीबीएस किया था और कुछ समय के लिए एम्स में भी काम किया है. 2019 में सीबीआई ने उसे अरेस्ट किया था, तब वो एक मीट कारोबारी से 10 करोड़ रुपये मांग रहा था. संतोष नाथूराम गोडसे पर एक फिल्म भी बना रहा था जो जल्दी ही रिलीज होने वाली थी. 


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