वन माफिया कर सकते है हमलें, अधिकारी ने सुरक्षा के लिए लिखा खत

बफर जोन माना जाता है

Update: 2024-02-21 01:45 GMT

बिहार। बाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व से सटे सोहगीबरवा सेंक्चुरी के शिवपुर रेंज कार्यालय में वन माफिया के खौफ के कारण वनकर्मी रात में नहीं ठहर रहे हैं। आसपास के गांव या फिर निचलौल आकर सुरक्षा कारणों से शरण ले रहे हैं। यह स्थिति सोहगीबरवा में चार दिन पहले वनकर्मियों से पकड़ी गई साइकिल और लकड़ी बोटा भीड़ द्वारा छुड़ा ले जाने के बाद पैदा हुई है। इस प्रकरण में डीएफओ नवीन कुमार शाक्य ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर रेंज कार्यालय की सुरक्षा की मांग की है।

शिवपुर रेंज के वन कर्मियों ने बीते शुक्रवार को साइकिल के साथ लकड़ी का बोटा पकड़ा था। वन कर्मियों को देख आरोपित फरार हो गया। आरोप है कि कुछ लोगों के बरगलाने पर भारी संख्या में महिलाएं व ग्रामीण रेंज कार्यालय पर पहुंच गए। लकड़ी व बोटा उठा ले गए। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। शिवपुर रेंजर का कहना है कि उस प्रकरण में अभी तक कार्रवाई नहीं हो पाई है। सुरक्षा कारणों से चिंतित वन कर्मियों का रेंज परिसर के आवास में ठहरना खतरे से खाली नहीं है।

शिवपुर रेंज के जंगल को बल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व का बफर जोन माना जाता है। यहां वीटीआर से बाघ आते रहते हैं। इस रेंज की सुरक्षा के लिए एक रेंजर के अलावा एक-एक फॉरेस्टर, फारेस्ट गार्ड व माली तैनात हैं।

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